श्रीनगर। कुलगाम एनकाउंट पर मारे गए आतंकी फयाज अहमद के अंतिम संस्कार के समय अचानक कुछ आतंकवादी आए और एके-47 से फायरिंग करने लगे। इस घटना से वहां भगदड़ मच गई। इस घटना की तस्वीर भी सामने आई है। बता दें कि कुलगाम के कोईमोह एरिया में रहने वाले फयाज को इंडियन सिक्युरिटी फोर्सेस ने शनिवार को एनकाउंटर में मार गिराया था। तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि फयाज के अंतिम संस्कार के दौरान 3 संदिग्ध आतंकी हाथ में एके-47 लेकर हवाई फायरिंग कर रहे हैं। एक और शख्स फायरिंग करने वाले के कंधे पर हाथ रखे दिखाई दे रहा है। फायरिंग के चलते महिलाएं, बच्चे और पुरुष भागते हुए भी दिखाई पड़ रहे हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक, पिछले दिनों ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें एनकाउंटर में मारे गए मिलिटेंट्स के अंतिम संस्कार में आतंकियों का ग्रुप शामिल हुआ है।
2015 से थी फयाज की तलाश
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में शनिवार को आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इसमें एक जवान शहीद हो गया। एक आतंकी को भी मार गिराया गया। गोलीबारी में 3 सिविलियन्स की भी मौत हो गई। मारे गए आतंकी फयाज अहमद उर्फ सेथा की बहुत दिनों से पुलिस को तलाश थी। फयाज 2015 से फरार चल रहा था। उस पर 2 लाख का इनाम था। ऊधमपुर आतंकी हमले में भी हाथ होने के चलते नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) को उसकी तलाश थी। फयाज, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था।
आतंकियों ने एक पुलिस पोस्ट पर हमला किया था
न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, 2 मई को संदिग्ध आतंकियों ने शोपियां में एक पुलिस पोस्ट पर हमला किया था। वे 4 इंसास और एक एके-47 राइफल लूटकर ले गए थे। इसके बाद 3 मई को पुलवामा में बैंक डकैती हुई। आतंकियों ने बैंक में हमला कर 4 लाख रुपए लूट लिए। यहां के एसपी मोहम्मद भट की मानें तो शुरुआती जांच बताती है कि डकैतियों में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था।
टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशंस के पास पैसे कम हुए-SP
एसपी मोहम्मद भट के मुताबिक. "अब तक हम पदगामपोरा और खागपुरा से एक-एक आतंकी पकड़ चुके हैं। इससे साबित होता है कि घटनाओं में लश्कर का हाथ था। ये भी साफ है कि आतंकी संगठनों के पास पैसे की कमी है। हम ये भी देख रहे हैं कि आतंकी कई मॉडर्न गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारी जांच लगातार जारी है।