भोपाल। यहां एक शातिर चोर ने बड़ी ही चतुराई के साथ पुलिस और पीड़ित परिवार को 5 महीने तक कंफ्यूज बनाए रखा। पहले उसने चोरी की। फिर एक चिट्ठी लिखकर बताया कि जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा है, उसी पर शक करो। फिर एक एक करके नकली गहने वापस करने का क्रम शुरू कर दिया। पुलिस को लगा कि चोर को पछतावा हो रहा है। उसने पीड़ित परिवार को चुप रहने की सलाह दी। पीड़ित भी इंतजार करते रहे कि एक दिन चोर उनका चोरी गया पूरा माल लौटा देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब यह घटना सबके लिए सबक बन गई है।
जिस व्यक्ति के घर चोरी हुई उसका नाम शाकिर खान है और वह अपने परिवार के साथ बाणगंगा बस्ती में रहता है। शाकिर ने बताया कि 29 जनवरी 2017 को जब उनके घर पर कोई नहीं था तो दोपहर में चोरी हो गई। मामले की रिपोर्ट तत्काल टीटी नगर थाने में लिखाई गई। उधर, विवेचना भी शुरू नहीं हुई थी कि घटना के तीसरे दिन ही उन्हें घर के बाहर एक चिट्ठी मिली, जो वारदात करने वाले चोर ने लिखी थी।
चोर ने चिट्ठी में क्या लिखा
मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है। जो मैंने आपके घर में चोरी करी। मुझे किसी ने चोरी करने को कहा था। जिस पर आपको सबसे ज्यादा भरोसा है, यह वही शख्स है। मैं ऐसा नहीं करना चाहता था। लेकिन मेरी मजबूरी थी, जो ऐसा करना पड़ा। आप परेशान न हों, मैं जल्द ही आपका सारा सामान लौटा दूंगा। अपने किए पर मैं पछता रहा हूं, मुझे माफ कर दीजिए।” यह इबारत उस चिट्ठी की है, जो चोर ने चोरी करने के बाद पीड़ित पक्ष को लिखी है।
इसके बाद क्या हुआ
इसके कुछ दिन बाद घर के बाहर दो अंगूठी व नाक की लोंग रखी मिलीं। फिर कुछ दिन बाद चार चूडिय़ां और कान की बूंदें बाहर बरामदे में मिल गए लेकिन यह सभी जेवर नकली निकले। इन पर सोने का पानी चढ़ा है। जब यह सारी बात पुलिस को बताई गई तो पीड़ित परिवार को जवाब मिला कि हो सकता है कि बाकी चीजें भी चोर लौटा दे। लेकिन, इस घटना को अब तक पांच महीने बीत गए हैं। न चोरी का सामान मिला और न ही चोर का पता चला।
पीड़ित परिवार अपनों पर शक कर रहा है
पीड़ित दंपत्ति ने इस मामले में अपने दो पड़ोसियों पर शक जताया है, क्योंकि पड़ोसियों को ही पता था कि इनके जेवर घर में कहां रखे हुए हैं। कई बार पीड़ित ने अपने जेवर व पैसे पड़ोसियों के सामने अलमारी में रखे थे। संदेह की दूसरी वजह यह भी है कि शाकिर अली का मकान जिस गली में है, वहां दिन में पड़ोसियों की नजर से बचकर कोई भी घर तक नहीं पहुंच सकता है।
लगा रखा था उच्च तकनीक का ताला
पीड़ित दंपत्ति ने बताया कि उनके यहां लगाया गया ताला उच्च तकनीक से बना है और एक विशेष प्रकार से ही खोला जा सकता है। चोरी के बाद जब पुलिस आई थी तो वह भी ताला नहीं खोल पाई लेकिन अंजान चोर ने दिन-दहाड़े बड़े आराम से ताला खोला और बिना कोई सामान बिखराए सीधे अलमारी तोड़ी और लॉकर से जेवर निकाल ले गया। पीड़ित पक्ष ने बताया कि ताला खोलने की तकनीक उनके एक पड़ोसी ने एक बार पूछी थी लेकिन पुलिस इस बात को भी नजरअंदाज कर रही है।
भ्रमित कर रहा है चोर
चोरी के बाद से ही चोर कभी चिट्ठी लिखता है तो कभी पीतल के जेवरों पर सोने का पानी चढ़ाकर वापिस कर जाता है। चोर की कोशिश है कि पुलिस भ्रमित हो जाए। ऐसे में हमारे सामने चुनौती बढ़ जाती है। पीड़ित पक्ष ने जिन लोगों पर शक किया, उनके बयान भी कर लिए हैं। लेकिन जिनके ऊपर आरोप लगाया है वे नाबालिग हैं। इसलिए हमें जांच में समय लग रहा है। इस मामले की सतत छानबीन चल रही है।
अखिलेश त्रिपाठी,
एएसआई एवं विवेचना अधिकारी, थाना टीटी नगर