मप्र युवाओं का भविष्य बर्बाद करने में अग्रणी राज्य होता जा रहा है। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ। मलेरिया विभाग के संविदा मलेरिया MPW जो की पिछले 10 साल से सेवा में थे लेकिन उन्हें पिछले 8 माह से वेतन नही दिया गया था और आज एकाएक लेटर थमा दिया गया है की आपकी सेवा 30 जून से समाप्त है। आपको विभाग ने आगे नही रखने का निर्णय लिया है। गौरतलब है की MPW मलेरिया और वेक्टर जन्य सभी घातक बीमारी के लिए घर घर सेवा देते है लेकिन आज 10 साल सेवा लेने के बाद हटा देना कोण सा न्याय संगत है। मप्र सरकार युवाओ का भविष्य बर्बाद करने पर तुली है।
गौरतलब है की फरवरी 2017 में संविदा स्वास्थ्य संघ की हड़ताल में हेल्थ मिनिस्टर और प्रमुख सचिव ने एक लेटर जरी किया था की किसी की भी सेवा समाप्त नही होगी। किसी को भी नौकरी से नही हटाएंगे। कोई भी पद समाप्त नही करेगे। फिर ये क्या हो रहा है विभाग के पास mpw के पद रिक्त पढे है फिर भी वो 770 युवाओं का भविष्य बर्बाद करने पर तुली है। आखिर शिवराज सरकार मेरिट पर चयनित होकर आये सभी टॉप लेवल उच्च शिक्षित युवाओं के साथ ऐसा क्यों कर रही है। आखिर क्या दिखाना चाहती है।
गौरतलब है की नर्मदा बचाओ आंदोलन में PM एक दिन आये तो mp सरकार ने 65 करोड़ खर्च कर दिए लेकिन 60 करोड़ सालाना बजट पर अल्प वेतन पर काम करने वाले 10 साल पुराने कर्मचारी को देने के लिए बजट नही है। ऐसा हवाला देकर हटा रही है। गौरतलब है की 1 जून से मलेरिया माह आरम्भ हो रहा है और मलेरिया में कार्य करने वाले mpw को हटाने का लेटर भी आ गया है। ऎसे में कैसे होगा मलेरिया मुक्त मप्र।
सुनील कुमार पाटीदार
म.प्र मलेरिया संविदा mpw एसोसिएसन धार
जिलाध्यक्ष।