सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट से विगत 18 अप्रैल 2017 को अशोकनगर भेजे गये 25 हजार क्विंटल चांवल की खेप अमानक पाये जाने पर रिजेक्ट कर दी गई थी। प्रांरभिक जांच तथा भोपाल से आये जांच दल द्वारा की गई विभागीय जांच में चावल की क्वालिटी अमानक पाई गई जिसे निगम द्वारा अपग्रेड करने तथा निर्धारित मापदण्ड के अनुसार मानक स्तर का चांवल प्रदाय कराये जाने हेतु संबंधित राईस मिलर्स को सूचित किया गया है।
इस आदेश के कारण मिलर्स में हडकम्प मच गई है। अब देखना है कि राईस मिलर्स प्रदाय किये गये चावल का वापस लाकर मानक स्तर का चावल प्रदाय करते हैं या फिर प्रदाय की गई मात्र के आधार पर एक तयशुदा रकम लेकर महज कागजों में ही चावल को अपग्रेड बतलाकर राईस मिलर्स से खानापूर्ति करवा दी जायेगी। जैसा की विदिशा भेजी गई रैंक के अमानक चावल पाये जाने पर रिजेक्ट कर दी गई थी बाद मे राईस मिलर्स से मिलकर अधिकारियों ने एक तयशुदा रकम लेकर कागजों में ही अपग्रेड किया जाना बताकर मामले को निपटा दिया था।
अशोकनगर में रिजेक्ट हुई चावल की रैंक के अपग्रेड कराये जाने की स्थिति में राईस मिलर्स से चावल वापिस लेने और पूर्ण मानक स्तर का चांवल देने की तौल पर्ची के आधार पर अपग्रेड कराया जाना चाहिये। इस संबंध में कलेक्टर श्री भरत यादव ने अवगत कराया की अशोकनगर भेजी गई चावल की रैंक के रिजेक्ट किये जाने के बाद भोपाल स्तर से की गई जांच में उसे अमानक पाया गया जिसके कारण राईस मिलर्स को चावल उठाने और मानक स्तर का चावल पून प्रदाय करने के निर्देश नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा दिये गये है इसका पूर्णत परिपालन कराया जायेगा।