मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फ़िर मैदान मे हैं अगली पारी खेलने के लिये। उनके सामने अभी तक कोई दमदार दावेदार भी नही है न पक्ष मे और नही विपक्ष मे। यूं कहे की अभी तक उनका रास्ता साफ है तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। मार्च 1959 मे जन्मे शिवराज की धनु राशि है तथा इनका सूर्य लग्न कुम्भ है। पत्रिका मॆ शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि मॆ है शुक्र ग्रह पर गुरु की नवम दृष्टि है।शुक्र की प्रबलता तथा उच्च राशि मॆ होने के कारण उनका भाग्य पक्ष स्त्री के कारण बलवान है शादी के बाद ही उनके सितारों ने जोर मारा। सबसे बड़ी बात एक स्त्री के कारण ही उनके राज़योग ने जोर मारा। उमा भारती के पद छोड़ने के कारण ही वे मध्यप्रदेश की सत्ता मॆ काबिज हुए।
गुरु की दशा
शिवराज सिंह चौहान की पत्री मॆ गुरु महाराज अत्यंत कारक है 16 वर्ष की गुरु की दशा ने उन्हे सत्तासुख तथा विरोधियों से मुक्त रखा।16 साल गुरु की दशा ने उन्हे बेहतरीन राज़ योग मान सम्मान दिया।
व्यापमं घोटाला
2014 से 2016 तक गुरु मे राहु के अंतर ने उन्हे व्यापमं घोटाले मे लपेटा राहु उनकी पत्रिका मॆ आठवें स्थान मॆ स्थित है इस राहु ने उनके शासन को हिलाने मॆ कोई कसर नही छॊडी लेकिन शनि की महादशा जो उन्हे 2017 से लगी इसने उनका कद निरन्तर बढ़ाया ही है।
शनि की दशा और शिवराज
शिवराज सिंह इस समय शनि की दशा मे चल रहे है शनि महाराज उनकी पत्रिका मे धनु राशि मे है उनका सूर्य लग्न वही धनु है सूर्य लग्न से शनि लाभ भाव मे स्थित है राशि से शनिदेव लग्न मे स्थित है। वर्तमान मे शनि देव धनु राशि मे ही चल रहे है। ये शनिदेव उन्हे खूब भागदौड़ करायेंगे। अभी शिवराज शनि की साडेसाति के मध्यकाल मे है गोचर तथा दशा देखकर लगता ही की शनि महाराज उन्हे प्रदेश तथा केन्द्र की राजनीति मे अच्छी स्थिति मे ले जायेंगे। जन्म का शनि व तथा वर्तमान मे धनु का शनि उनकी प्रतिष्ठा की वृद्धि करेगा उनके सितारे अनुकुल है।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
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