भोपाल। पं.दीनदयाल जन्मशताब्दी वर्ष के तहत भाजपा के विस्तारक अभियान के दूसरे दिन हुजूर विधानसभा के तुमड़ा गांव में स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा की पहल पर अनूठा ‘‘जल-आंदोलन’’ शुरू हुआ जिसमें पूरा का पूरा तुमड़ा गांव उमड़ पड़ा। इस आंदोलन में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद एवं प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, सासंद आलोक संजर, आयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा सहित लगभग तीन हजार से अधिक लोगों ने एक साथ दुमिल नदी गहरीकरण के कार्य में श्रमदान किया।
‘जल-आंदोलन’ के तहत नदी गहरीकरण कार्य का शुभारंभ पूजा अर्चना के साथ भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सहस्रबुद्धे ने किया। उन्होने खुद गैंती-तगाड़ी लेकर श्रमदान किया। इसके बाद उपस्थित हजारों लोगों के विषाल जनसमूह ने एक साथ ‘जल-आंदोलन’ का शंखनाद करते हुए दुमिल नदी गहरीकरण का कार्य शुरू कर दिया। श्रमदान में शामिल हुए तीन हजार से अधिक सभी लोगों के हाथ में गैंती-तगाड़ी या फावड़े थे। खास बात यह कि यह सभी उपकरण लोग अपने अपने घरों से लेकर आए थे।
श्रमदान करते हुए लोगों ने सैकड़ों घनमीटर मिट्टी खोद कर फेंक दी। विधायक श्री शर्मा ने बताया कि ‘‘जल-आंदोलन’’ के तहत दुमिल नदी के गहरीकरण का यह कार्य तीन दिनों तक चलेगा और तीन दिनों में नदी की तली में जमी हजारों घनमीटर मिट्टी निकाल कर अन्यत्र फेंकी जाएगी। इससे नदी की जल ग्रहण क्षमता बढ़ेगी। इसी स्थान पर 30 लाख की लागत से स्टाॅप डेम भी बनाया जाएगा। जल आंदोलन के दौरान ही स्टाॅप डेम निर्माण कार्य का भूमिपूजन श्री सहस्रबुद्धे के कर कमलों से संम्पन्न हुआ। गौरतलब है कि दुमिल नदी पर ‘‘आंदोलन’’ में भाग लेने के लिए तुमड़ा गांव से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद एवं प्रदेष प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, सासंद आलोक संजर, आयोजक-विधायक रामेष्वर शर्मा के नेतृत्व में हजारों लोगों ने जुलूस की शक्ल में दुमिल नदी की ओर प्रस्थान किया। दुमिल नदी के तट पर भूमिपूजन के साथ गहरीकरण-स्टाॅपडेम निर्माण कार्य का श्रीगणेष कर लोग श्रमदान में जुट गए।
विकास देखना है तो तूमड़ा आइए: सहस्रबुद्धे
‘जल-आंदोलन’ में उमड़े लोगों का जोश देख भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद एवं प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे भावविभोर हो गए। उन्होने कहा कि मैं तुमड़ा के लोगों का वंदन करता हूॅं, उन्हें प्रणाम करता हूॅं जो यहां नदी गहरीकरण के भागीरथी कार्य के लिए हजारों की संख्या में कड़ी धूप की परवाह ना करते हुए उमड़ पड़े हैं। इस ‘‘जल-आंदोलन’’ की रूपरेखा बनाने और इसे सार्थक करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले विधायक रामेष्वर शर्मा को भी बधाई देता हूॅं। उन्होने कहा कि मैं कई जगह जाता हूॅं, कार्यक्रमों में-सेमिनारों में जाता हूॅं, विदेषों के कार्यक्रमों में भी गया हूॅं लेकिन तुमड़ा के लोगों का जैसा उत्साह और समर्पण भाव कहीं नहीं देखा जो अपने विधायक रामेष्वर शर्मा के कहने पर, उनके आहवान पर सामाजिक कार्य के लिए हजारों की संख्या में उमड से पड़े हैं। उन्होनें कहा कि तुमड़ा में ‘‘जल-आंदोलन’’ के माध्यम से नदी के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है, इसके बाद वहां सरकार द्वारा स्टाॅप डेम बनाया जाएगा। यही परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की है, वे जनता की भागीदारी से समाज का , देष का विकास चाहते हैं। वे कहते हैं कि कोई भी सरकार जनता को साथ में लेकर ही देष का विकास कर सकती है। विकास करना केवल अकेले सरकार के बस की बात नहीं है, केवल फाईलें घुमाने से, केवल पैसे आवंटित करने से विकास नहीं होता, अपितु विकास वहीं हो सकता है जहां विकास कार्य में जनता के हाथ भी लगें हों। जैसा कि अभी हम तुमड़ा में देख रहे हैं। श्री सहस्रबुद्धे ने कहा कि कुछ लोग जो पूछते हैं कि विकास कहां हुआ है, उन्हें तुमड़ा में आकर देखना चाहिए। समाज के सहयोग से विकास की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए विधायक रामेष्वर शर्मा बधाई के पात्र हैं।
घर-घर पहुंचे सहस्रबुद्धे, स्टीकर चिपकाए-विचार बताए
भाजपा के विस्तारक अभियान के तहत तुमड़ा पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद एवं प्रदेष प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ‘‘जल-आंदोलन’’ की शुरूआत करने के पूर्व तुमड़ा गांव में मिलकर जनसंपर्क किया और पार्टी के स्टीकर चिपकाकर साहित्य बांटा। इस दौरान उन्होने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को साझा किया। उन्होने कहा कि ये दीनदयाल जी के विचार ही हैं जो हमारे नेताओं को जनता से जोड़े रखते हैं। राजनीति का हमारा उद्देष्य जनता की सेवा करना है। हम पंडित दीनदयाल जी की जन्मषताब्दी मना रहे हैं उनका भी यह मानना रहा है कि समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के लिए, जिसकी झोली में अब तक कुछ मिला नहीं, जो अब तक वंचित है, सरकार को उससे ही विकास की यात्रा का आरंभ करना चाहिए। हमारी देष और प्रदेष की सरकारें इसी विचार को लेकर काम कर रही हैं। हमारी सरकार की वर्षगांठ पर हम कोई उत्सव नहीं मना रहे, केक नहीं काट रहे अपितु विस्तारक अभियान के माध्यम से घर-घर तक जा रहे हैं और लोगों की समस्याएं पूछ रहे हैं और उसे दूर करने का काम कर रहे हैं। किसी को कोई समस्या ना हो, कोई पीड़ा ना हो यह हमारी कोषिष है। हम जनतंत्र के माध्यम से, विकास के माध्यम से लोगों को अच्छे दिनों का अनुभव करा रहे हैं। हम लोगों के जीवन में बुनियादी परिवर्तन ला रहे हैं।
जल जागृत करने का अभियान है ‘जल-आंदोलन’: रामेश्वर शर्मा
तुमड़ा के ‘‘जल-आंदोलन’’ के प्रणेता, हुजूर विधायक एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेष्वर शर्मा ने कहा कि यह जल जागृत करने का अभियान। जल को बचाना है, जल के प्रति जागृति लाना है। सरकारें डीजल-पेट्रोल तो खरीद कर ला सकती है और जनता को उपलब्ध करवा सकती हैं लेकिन जल नहीं होगा तो जल कहां से उपलब्ध करवाएगी। जल बचाने के लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा। पंडित दीनदयाल जी भी समाज के सहयोग से विकास की परिकल्पना करते थे, उन्हीं की परिकल्पना पर मोदी जी और षिवराज जी की सरकारें चल रही है। पंडित दीनदयाल जी की जन्मषताब्दी वर्ष के तारतम्य में विस्तारक अभियान के दौरान हमने ‘‘जल आंदोलन’’ खड़ा किया। विस्तारक अभियान में हम घर-घर भी जाएंगे, दीनदयाल जी का संदेष भी पहुचाएंगे स्टीकर भी चिपकाएंगे, सरकार की उपलब्धियां भी बताएंगे और साथ ही गांव को रचनात्मक कार्य के लिए तैयार भी करेंगे। इसी संकल्प को लेकर आज तुमड़ा से ‘‘जल आंदोलन’’ की शुरूआत की गई।