
एएसपी के अनुसार संतोष मालवीय ने शनिवार को क्राइम ब्रांच से एक ठगी गिरोह सक्रिय होने की सूचना दी थी। संतोष ने बताया कि पिछली बार जहांगीराबाद निवासी रफीक खान (36), जाफराबाद नई दिल्ली निवासी आलम (37) और रईस अंसारी से मुलाकात हुई थी। उन्होंने बताया था कि वे बिल्कुल असली की तरह नकली नोट की सप्लाई करते हैं। मैंने उन्हें 2 हजार रुपए दिए थे। उन्होंने दो-दो हजार के 2 नोट दिए थे। वह रुपए बड़ी आसानी से चल गए थे। मुझे लगा कि यह तो अच्छा है।
इसके बाद मैंने उनसे अन्य रुपयों के दोगुने नकली नोट ले लिए, लेकिन वह नोट नहीं चले। इस बार वे फिर मुझे बुला रहे हैं। आरोपी होटल राजहंस में ठहरे हुए थे। क्राइम ब्रांच ने संतोष की सूचना पर योजना बनाकर रविवार रात राजहंस होटल में दबिश देककर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने संतोष को सीरियल नंबर के दो-दो हजार के दो नोट चिन्ह लगाकर दिए थे। मौके से पुलिस ने नोट, एक कैंची और वाटर पेपर जब्त किए। इसके अलावा उनके पास से 72 हजार 500 रुपए भी नकद जब्त किए।
रहते हैं शान से
जहांगीराबाद का रफीक हम्माली करता है। उसके दोस्त आलम जींस के कारखाने और रईस अंसारी मिस्त्री का काम करते हैं। रफीक भोपाल में दोनों के लिए फुल झांकी जमाने का काम करता था। आरोपी फ्लाइट से भोपाल आते थे। यहां बड़े होटल में ठहरते थे। अब तक की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दो साल तक वे दिल्ली के आसपास लोगों को ठगते रहे हैं, लेकिन भोपाल पहली बार आए थे। एएसपी मिश्रा के अनुसार पुलिस अब उनसे उनके पास आने वाले नकली नोटों की जानकारी जुटा रही है। हालांकि नोट पहली नजर में ही पकड़े जाते हैं, लेकिन पुलिस उनके बनाने और खरीददार के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है।