भोपाल। बालाघाट में बिना अनुमति के तालाब किनारे कच्ची सड़क बनाने के बाद अब एक और भाजपा विधायक मनमानी करते पकड़े गए। खबर बैतूल से आ रही है। यहां घोड़ाडोंगरी के बीजेपी विधायक मंगल सिंह धुर्वे के बैतूल स्थित निवास पर बिना किसी अनुमति के बोरवेल खनन हो रहा था जबकि पूरे जिले में बोरवेल खनन पर कड़ा प्रतिबंध है। जैसे ही मौके पर मीडिया पहुंची तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया। आनन-फानन में विधायक ने बोरवेल मशीन हटवा दी। विधायक ने खुद माना कि उन्हें अभी बोरवेल की अनुमति नहीं मिली है।
वहीं चाटुकारिता की हद पार करते हुए पीएचई विभाग के एक इंजीनियर ने विधायक के बचाव में कूद पड़े और यहां तक कह गए कि एफआईआर करवाना हो तो मेरे खिलाफ कराएं, विधायकजी निर्दोष हैं। इंजीनियर को नहीं मालूम था कि शहरी क्षेत्र में बोरवेल खनन की अनुमति पीएचई विभाग नहीं बल्कि नगरपालिका देती है। बोरवेल का काम रात के अंधेरे में विधायक के निवास पर बिना अनुमति के चल रहा था।
मंगलसिंग धुर्वे बीजेपी के वही विधायक हैं जिन्हें साल 2016 में हुए घोड़ाडोंगरी विधानसभा उपचुनाव में जिताने के लिए खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान को 10 दिनों तक एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा था। अगर यही काम कोई आम आदमी करता तो प्रशासन उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुका होता लेकिन यहां तो मामला सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक का था तब काहे का कानून और काहे की एफआईआर।