नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के बीच तलवारें तनी हुईं हैं। मनोज तिवारी लगातार पीयूष गोयल को तंग करने वाली चालें चल रहे हैं। बीते रोज प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन था। यह सुनिश्चित था कि पीयूष गोयल इस मीटिंग में मनोज तिवारी पर हमला करेंगे परंतु मनोज तिवारी ने अपनी चाल चल दी। मीटिंग को कवर करने के लिए मीडिया बुला ली। यह देख पीयूष गोयल भड़क गए। दरअसल, उनके पास कुछ ऐसे मुद्दे थे जिसे वो पार्टी फोरम में उठाना चाहते थे। मीडिया की मौजूदगी ने उन्हे असहज कर दिया।
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पत्रकारों की मौजूदगी में दिल्ली बीजेपी की कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं को संबोधित करने का उनका उद्देश्य बेकार हो जाएगा। मीटिंग के दौरान उपस्थित एक भाजपा नेता ने बताया, ‘पीयूष गोयल ने पार्टी नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि जो बातचीत वो पार्टी नेताओं से करना चाहते उसके लिए यहां मीडियाकर्मियों का होना सही नहीं है।’
दूसरी तरफ बीते सोमवार (22 मई, 2017) को पार्टी के केन्द्रीय नेताओं ने मनोज तिवारी और यूनियन मिनिस्टर पीयूष गोयल को भविष्य की चुनौतियों से निपटने और एकजुट रहने का सुझाव दिया था। केन्द्रीय नेतृत्व ने कहा कि दोनों नेता अपने मतभेदों को मीडिया के सामने ना लाएं।
वहीं बीते मंगलवार को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में मौजूद मीडियाकर्मियों से वहां से जाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था की मीडिया को भी बुलाया गया है। बाद में जब मीडियाकर्मी वहां से जाने लगे तो गोयल ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, ‘अगर वो जा रहे हैं तो ठीक है।