मुंबई। जुलाई में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष सियासी गणित बिठाने जुटे हुए हैं। दोनों पक्षों की रणनीति है कि उनका उम्मीदवार ही राष्ट्रपति बने। इसको लेकर दोनों ओर से सियासी गणित साधने की कोशिश की जा रही है। इस बीच एनसीपी की ओर से दावा किया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि शरद पवार ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने किया दावा
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया कि पिछले महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से शरद पवार को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के संबंध में प्रस्ताव रखा था, हालांकि एनसीपी चीफ ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। नवाब मलिक ने आगे कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पहले भी कई बार कहा है कि वह राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही ओर से इस पद पर अपने उम्मीदवार को पहुंचाने की रणनीति तेज होती जा रही है। इस संबंध में विपक्ष की ओर से सोनिया गांधी ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। वह लगातार विपक्षी दलों को नेताओं से मुलाकात कर रही हैं। जिससे की राष्ट्रपति चुनाव में एक ऐसा उम्मीदवार उतारा जाए जिसे पूरा विपक्ष एकजुट होकर समर्थन कर सकें। इस संबंध में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से भी सोनिया गांधी की बात हुई है। इससे पहले सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार से भी सोनिया गांधी ने मुलाकात की है। फिलहाल देखना होगा कि राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष किसे अपना उम्मीदवार घोषित करता है।