
श्री यादव ने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा राशन की दुकानों से गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे गरीब परिवारों को प्रतिमाह निर्धारित मात्रा में राशन जिसमें गेहूं, चावल एवं केरोसिन रियायती दरों पर वितरित किया जाता है, लेकिन पिछले एक वर्ष से मुख्यमंत्री एवं खाद्य मंत्री के संरक्षण में राजधानी भोपाल सहित समूचे प्रदेश की राशन की दुकानों से बड़े पैमाने पर पीओएस मशीनों के माध्यम से राशन वितरण में भारी भ्रष्टाचार कर गरीबों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है।
श्री यादव ने शिकायत की है कि भोपाल स्थित 37 राशन की दुकानों से डीएसके डिजीटल कंपनी द्वारा आधार कार्डों के नंबर पीओएस मशीनों में छलपूर्वक पहले से ही फीड कर दिये गये हैं, जिसके संदर्भ में चौकाने वाला खुलासा हुआ है कि चिन्हित 83 आधार कार्डों के नंबर ऐसे हैं, जिनसे 28 हजार बार राशन का ट्रांजेक्शन किया गया है।
श्री यादव ने शिकायत में यह भी कहा है कि, ज्ञात हुआ है कि उक्त घोटाले में चिन्हित राशन की दुकानों को मुख्यमंत्री श्री चौहान, खाद्य मंत्री श्री धुर्वे एवं अन्य उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रूपयों के राशन का फर्जी वितरण दिखाकर भारी मात्रा में राशन की कालाबाजारी के माध्यम से खुले बाजार में बैचकर भारी भ्रष्टाचार किया गया है।
कांग्रेस ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के साथ भोपाल में 37 राशन की दुकानों के माध्यम से घोटाला करने वालों को संरक्षण प्रदान करने वाले मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, खाद्य मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे एवं उनके साथ भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के विरूद्व धारा-420, धोखाधड़ी एवं भ्रष्टाचार से संबंधित धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किये जाने की मांग की।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री सर्वश्री पी.सी. शर्मा, पूर्व विधायक गोविंदसिंह राजपूत, पूर्व ननि अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, पूर्व महामंत्री राजकुमार पटेल, उॉ. शशि राजपूत, वीरसिंह यादव, प्रवक्ता रवि सक्सेना, जे.पी. धनोपिया, श्रीमती विभा पटेल, दुर्गेश शर्मा, विकास शर्मा, जितेन्द्र मिश्रा, जितेन्द्रसिंह परिहार, पार्षद गुड्डू चौहान, मोनू सक्सेना, संतोष कंसाना, राहुल यादव सहित भारी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।