
ग्रामीण संघर्ष मोर्चा संघ के मीडिया प्रभारी बृजेश जैन ने बताया कि, सरकार ने ग्रामीणों की राय जाने बिना ही आदमपुर में स्लॉटर हाउस खोलने की अनुमति दे दी। इससे नाराज ग्रामीणों ने कई बार अलग-अलग तरीकों से सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया। थक-हारकर आदमपुर सहित भोपाल के आस-पास के करीब 8 गांव के लोगों ने प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के बंगलों का घेराव किया। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में भोपाल पहुंचे ग्रामीणों ने अलग-अलग समूह बनाया और मंत्रियों के बंगलों के सामने प्रदर्शन किया।
नाराज है ग्रामीण
गांव में स्लॉटर हाउस खोले जाने से नाराज ग्रामीणों का कहना है कि, कोई भी निर्णय लेने से पहले सरकार को ग्रामीणों से चर्चा करनी चाहिए थी। ग्रामीण नहीं चाहते कि उनके क्षेत्र में इस तरह की कोई भी गतिविधि हो। इसीलिए गांव के लोग अपने समर्थकों के साथ मंत्रियों के बंगलों पर पहुंचे। यहां बंगलों का घेराव किया और मंत्री को ज्ञापन देकर आदमपुर में कत्लखाना का प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की। इस दौरान मोर्चा के पदाधिकारी जिले के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले पर मौजूद रहे।