गुना। महज 16 से 17 साल के किशोर ने सबसे पहले अपने दोस्त हेमंत की हत्या की और फिर ऋतिक और लोकेश की भी हत्या कर दी। इन 3 हत्याओं में ऋतिक और लोकेश की हत्या इसलिए की गई ताकि हेमंत की हत्या का राज छुपा रहे जबकि हेमत की हत्या इसलिए की क्योंकि वो आरोपी किशोर की मां के काफी नजदीक चला गया था। उसके पिता उसे खर्चे के लिए काफी पैसा देते थे। मां पूनम दुबे हेमंत का फायदा उठाने के लिए उसके नजदीक आ रही थी। हालात यह थे कि हेमंत का ज्यादातर वक्त पूनम दुबे के घर पर ही बीतता था। बस यही सब किशोर को रास नहीं आ रहा था।
कैंट थाना क्षेत्र में वरुणवीति काॅलोनी सिंचाई विभाग में कार्यालय अधीक्षक के रूप में पदस्थ अंतर सिंह मीना बताते हैं कि मेरे बेटे 17 वर्षीय हेमंत की हत्या का दावा पुलिस कर रही है। साथ ही यह भी बता रही है कि वह स्वयं के अपहरण में शामिल था। पिता का कहना है कि बेटे को हर सुविधा दी है, तो वह इसमें शामिल नहीं हो सकता है? टीआई आशीष सप्रे का कहना है कि हेमंत का ज्यादातर समय पूनम दुबे के घर पर ही निकलता था। वह खाना भी वहीं खाता था और दोस्त की मां के साथ ऐसे रिश्ते हो गए थे, जिसकी कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। यही बात पूनम के बेटे को दुख दे रही थी।
18 मई को जब हेमंत 40 हजार रुपए लेकर आया तो पहले पैसे छीने और फिर उसकी हत्या कर दी। मृतक को जिंदा बताकर फिरौती मांगने की मां के साथ मिलकर साजिश रची। इसमें अन्य दोस्तों को भी शामिल कर लिया था, बाद में जब पकड़े जाने का डर हुआ तो ऋतिक और लोकेश की भी हत्या कर दी गई। मां पूनम और उसका बेटा जेल में हैं। वहीं एक से पूछताछ की जा रही है।
एसपी अविनाश सिंह कहते हैं कि पूनम का बेटा इतना मासूम है कि उस पर कोई शक ही नहीं कर सकता की वह 3 हत्याओं में शामिल हो सकता है, लेकिन उसने अपना स्वयं अपराध कबूल किया। उसका दूसरा साथी भी कम उम्र का है।
ईर्ष्या ने दोस्ती खत्म की और जिंदगी भी छीन ली
पूनम का बेटा अपने दोस्त हेमंत से ईर्ष्या करता था, क्योंकि उसकी मां से उसकी नजदीकियां थीं। इस वजह से उसने एक हत्या को छिपाने के लिए दो और लोगों को मौत के घाट उतार दिया। पकड़े जाने से बचने के लिए मां, बेटे और दोस्त ने इस वारदात को अंजाम दिया।