
उन्होंने कहा कि कुछ लोग बीफ और गाय के नाम पर मुद्दा बनाकर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को काम करने से रोकना चाहते हैं। इस तरह के मुद्दों को उछाल कर उनके काम को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस तरह की घटनाएं सभी पार्टियों के शासन काल मे हुई हैं। जयाप्रदा ने कहा कि वे उस पार्टी में जाना चाहती हैं जो जनता की सुने और गरीबों व महिलाओं के विकास के लिए काम करे, उस पार्टी का हिस्सा बनना चाहती हैं। वे राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होंगी, जो देश के लिए अच्छा काम कर रही है।
बीजेपी में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे बीजेपी जाने के लिए मना नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा भी समाजवादी पार्टी में गरीबों, दलितों, महिलाओं और किसानों के लिए जो काम किया वह सपा को मंजूर नहीं था, वहां परिवार और स्वार्थ महत्वपूर्ण था। समाजवादी पार्टी का हिस्सा नहीं होने की वजह से वे अब खुश हैं।
उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी में थीं, तब आजम खान के अत्याचार से पीड़ित थी। तब अमर सिंह ने उन्हें सहयोग किया। उनके सहयोग को जीवनभर नहीं भुला सकती। उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने अपने पिता का सम्मान नहीं किया और जनता की नहीं सुनी, ऐसी पार्टी में रहने से कोई फायदा नहीं। अखिलेश मुलायम और मायावती एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।