
मंगलवार को भोपाल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सम्पत्ति के बारे में जिसे जो जानना है, वो जान ले। इसकी जांच भी करा ले। बता दें कि शिवपुरी शहर में छत्री परिसर के पास एक जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनने के बाद यह विवाद खड़ा हुआ है। इससे पहले ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर इसी तरह के कई आरोप लगे थे। सरकार ने पुरानी फाइलें भी खंगाली थीं। उन दिनों भी बयान आए थे परंतु जांच के बाद कार्रवाई कभी नहीं हुई।
क्या सिर्फ दवाब बनाने के लिए दिए जाते हैं बयान
अब कटघरे में सीएम शिवराज सिंह और उनकी सरकार आ जाती है। सवाल यह है कि पिछले 15 सालों में भाजपा सरकार ने सिंधिया की जमीनों की जांच क्यों नहीं कराई। यदि कराई तो जांच रिपोर्ट क्या हैं। क्यों बार बार सिंधिया को भू माफिया करार दिया जाता है परंतु सबकुछ बयानों तक सीमित रहता है। यदि सिंधिया सचमुच भू माफिया है तो सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।