उज्जैन। यूं तो भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मप्र के पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बाबा महाकाल के भक्त हैं परंतु वो अक्सर मंदिर का प्रोटोकॉल तोड़कर दर्शन करते हैं। सोमवार को एक बार फिर ऐसा ही हुआ। कैलाश विजयवर्गीय अपनी धर्मपत्नी व समर्थकों के साथ शाम 4.30 बजे मंदिर पहुंचे। गर्भगृह में प्रवेश बंद था लेकिन उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़कर गर्भगृह में प्रवेश किया और पूजा अर्चना की। इस बार एक वृद्ध महिला ने लिखित शिकायत भी दर्ज कराई।
पूजन के दौरान विजयर्गीय के समर्थक गर्भगृह के दरवाजे के आसपास खड़े होकर उनका मोबाइल से फोटो खींचते रहे। इस कारण पीछे बेरिकेड्स में खड़े श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हो रहे थे। भीड़ को लेकर लोगों ने आपत्ति ली लेकिन एक बुजुर्ग महिला तो इतनी नाराज हो गई कि उसने मंदिर पुलिस चौकी पर पीआरओ ऑफिस पहुंचकर लिखित शिकायत की।
लिखा- हमें परेशान न करें
बुजुर्ग महिला ने शिकायत में लिखा कि श्रीमान मंत्री महाेदय ने अंदर गर्भगृह में जाकर साथियों सहित पूजा की। जिससे बाहर खड़े श्रद्धालु परेशान होते रहे। सीनियर सिटीजन का ख्याल रखें और परेशान न करें। शिकायत में महिला ने साइन कर तारीख तो डाली पर अपना नाम व पता नहीं लिखा।
सोने की अंगूठियां गुम हुईं
पूजन के दौरान गर्भगृह में विजयवर्गीय ने अंगुलियों से सोने की दो अंगूठियां निकाल कर जलाधारी पर रख दी थी ताकि अभिषेक में शिवलिंग पर रगड़ न हो लेकिन पूजन के बाद जब वे जाने लगे तो अंगूठियां नहीं मिली। वहां मौजूद अधिकारी यह सुनकर घबरा गए। प्रवेश बंद होने से गर्भगृह में भीड़ नहीं थी। निरीक्षक रितेश शर्मा ने जलाधारी से हार-फूल हटाए तो अंगूठियां मिल गई। उसने विजयवर्गीय को अंगूठियां लौटाई।