जैसे ही बच्चे अपने होश संभालते है तब तक उनके तथा अभिभावकों के सर मे ये जिम्मेदारी आ जाती है की हम अपने बच्चे का कॅरियर किस दिशा मे बनाये ताकि आगे चलकर ये खुश तथा समृद्ध रहे। यह ज़रूरी नही की हम कुंडली देखकर ही हर निर्णय ले। कुंडली तो हमारे जन्म समय की विश्व स्थिति तथा उस बीज का रूप है जिसका हम पेड़ बनने वाले है यदि हमे बीज(पत्रिका) का पता नही हो तो हम पेड़ और पेड़ के फल देखकर भी यह बता सकते है की यह कौनसा पेड़ है इस पेड़ की उन्नति के लिये हम क्या करें।
लक्षणों के आधार पर व्यवसाय का चुनाव
हम अपने बच्चों के लक्षण के आधार पर यह निश्चित कर सकते है की इस बच्चे का कौनसा ग्रह प्रभावी है तथा इस बच्चे को हमे कौनसा विषय(सब्जेक्ट) कॅरियर मे सहायक होगा।
सूर्य,मंगल (नेतृत्व)
यदि जन्म से आपका बालक छोटे छोटे समूह का नेतृत्व कर रहा है परिवार मे भी दिशा निर्देश देकर काम करवा रहा है स्कूल मे मॉनिटर है अन्य कार्यों को करने मे उसकी संगठन क्षमता अच्छी है तो आपको उसे आगे चलकर प्रबंधन के क्षेत्र मे भेजना चाहिये। इससे उसकी नेतृत्व क्षमता का विकास होगा साथ ही उसे सही दिशा मिलेगी।
गुरु(सलाहकारीता)
यदि आपका बालक बड़े वरिष्ठ शिक्षकों को प्रिय है साथ ही उसे धर्म आदि मे गहरा लगाव है उसकी सलाह अन्य लोगों के लिये लाभदायक है तो निश्चित रूप से वह आगे चलकर सचिव, वकील, शिक्षक या कर सलाहकार बन सकता है।
बुध(व्यापार ,बैंक)
यदि आपके बच्चे की वाणी लोगो को अच्छी लगती है साथ ही वह बोलने मे अत्यंत माहिर है वह सवाल जवाब करने मे अत्यंत कुशल है तो आप उसे साफ्टवेयर बैंक मार्केटिंग ,संचार माध्यम, पत्रकारिता आदि क्षेत्रों मे उसका कॅरियर बना सकते है।
शुक्र (मॉडलिंग,एक्टिंग)
यदि आपका बालक सजने सँवरने मे रुचि लेता है आईने मे एक दो बार अपने आपको देखता है खुद के पहनावे की तरफ़ उसका खास झुकाव है तो निश्चित रूप से आप उसे मॉडलिंग, एक्टिंग, सराफा, ज्वेल्लरी कपडों से जुड़े व्यवसाय की ओर ले जा सकते है इनका कॅरियर फिल्म उद्योग भी हो सकता है।
शनि (सेवा,मेडिकल,सरकारी नौकरी,निर्माण)
यदि आपका बालक सेवाभावी है मिलनसार है समाजसेवा के कार्यों मे उसे आनंद आता है तो आप उसे मेडिकल, भवन निर्माण, सम्पत्ति के कार्य, नगर र्निगम से जुड़े कार्य मे कॅरियर चुन सकते है।
पंडितचंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
7000460931,9893280184