ग्रेटर नोएडा/यूपी। यमुना एक्सप्रेस वे पर बुधवार को 4 महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप मामले में पीड़िता का बयान सामने आया है। उसने बताया कि मेरी आखों के सामने बदमाशों ने मेरे देवर को गोली मार दी। वो जमीन पर पड़ा तड़प रहा था और दूसरा बदमाश उसी के सामने मेरा रेप कर रहा था। हम सब बदमाशों के सामने गिड़गिड़ा रहे थे। बार बार दोहरा रहे थे कि गहने पैसे जो चाहिए ले लो लेकिन हम लोगों को जाने दो परंतु बदमाशों ने हमारी एक ना सुनी।
पीड़िता ने बताया, ''बदमाशों ने हथियारों के बल पर हमें बंधक बनाया। जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमारी पिटाई कर दी। सड़क से दूर खेतों में ले जाकर हमें नीचे बैठने को कहा। हमने बदमाशों से कहा, "आपको पैसा, जेवर जो लेना है ले लो, लेकिन हमें छोड़ दो। हमारी इस बात को बदमाशों ने अनसुना कर दिया। बदमाशों ने हमारी ही चुन्नी फाड़कर सभी के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद जहां हमें बंधक बनाया गया था, वहीं से कुछ दूरी पर एक-एक महिला को उठाकर ले जाने लगे। मेरे देवर ने इसका विरोध किया। उसने तेज-तेज से चिल्ला कर मदद भी मांगी, लेकिन अंधेरा और सुनसान जगह होने की वजह से किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी।
मेरे देवर को बदमाशों ने पहले डराने के लिए एक गोली जमीन में मारी, इसके बाद भी वो विरोध करता रहा तो गोली मार दी, वो जमीन पर गिर गया। इसके बाद वो जमीन पर तड़पता रहा और दूसरी तरफ बदमाश मेरे साथ रेप करते रहे। थोड़ी ही देर में देवर की मौत हो गई।
तुम्हारी मां जैसी हूं, छोड़ दो हमें
पीड़िता ने बताया, ''जब बदमाश हमारा रेप करने जा रहे थे तो हमने उनसे बड़ी मिन्नते कीं। उनसे कहा, तुम्हें जो चाहिए ले लो। हम घर से भी पैसे लाकर दे देंगे। इसके बाद भी वो नहीं माने। इसके बाद हमने उनके पैर पकड़ लिया। मैंने कहा कि तुम्हारी मां जैसी हूं, छोड़ दो हमें। हम उनसे रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। मैंने बदमाशों काे बताया कि कुछ दिनों पहले मेरी बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है। इसके बाद भी वो लोग नहीं माने। मैंने जब उनसे ये बात बताई तो वो हंसने लगे। मैं दर्द से तड़प रही थी, लेकिन उन्होंने कोई रहम नहीं दिखाया।
क्या है मामला?
यमुना एक्सप्रेस वे पर बुधवार रात जेवर से बुलंदशहर जा रही फैमिली से बदमाशों ने लूटपाट की। एक फैमिली मेंबर (पुरुष) की गोली मारकर हत्या कर दी। 4 महिलाओं का आरोप है कि उनके साथ गैंगरेप किया गया। पुलिस ने बताया कि विक्टिम्स की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है। वारदात के दौरान पुलिस से 100 नंबर पर कॉल कर मदद मांगी गई, लेकिन पुलिस वारदात के डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची। उस वक्त तक बदमाश घटना को अंजाम दे चुके थे।