गुस्साई महिला DOCTOR ने आॅपरेशन कर पेट में स्पंज छोड़ दिया, गिरफ्तार | DR. ASHARANI JAIN

Bhopal Samachar
प्रशांत मिश्रा/शुजालपुर। प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए तैयार नहीं हुई प्रसूता को महिला डॉक्टर आशारानी जैन के गुस्से का शिकार होना पड़ा। उसने सरकारी अस्पताल में आॅपरेशन ​तो किया लेकिन जान बूझकर पेट में स्पंज छोड़ दिया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर महिला डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय ने महिला डॉक्टर को जमानत देने से इंकार कर दिया और जेल भेज दिया गया। इस मामले से यह भी प्रमाणित हुआ कि सरकारी महिला डॉक्टर मरीजों को जबरन प्राइवेट अस्पताल भेजती है। अत: इस मामले में विभागीय कार्रवाई शेष है। 

ये था मामला
शुजालपुर के सरकारी अस्पताल मे छोटा बाजार शुजालपुर निवासी प्रीती पति विकास नेमा को परिजन 27 दिसंबर 2016 को सिविल अस्पताल ले गए व यहाँ ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर आशारानी जैन ने प्राइवेट हास्पिटल में प्रसव आपरेशन करने के लिए परिजनों से रुपयों की मांग की थी। परिजनों ने ख़राब आर्थिक स्थिति का हवाला दिया तो सरकारी अस्पताल में उपेक्षापूर्ण तरीके से आपरेशन कर महिला चिकित्सक जैन ने प्रसूता के पेट में स्पंज छोड़ टाँके लगा दिए जिससे प्रसूता को दर्द बना रहने के बावजूद प्रसूता को 3 जनवरी को सरकारी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। 

दो महीने तक कई चिकित्सको से दर्द का इलाज करने के बाद महिला के शरीर में बाहरी वस्तु होने का खुलासा होने पर इंदौर के निजी चिकित्सालय में त्वरित आपरेशन किया गया था और प्रसूता की आंत काटना पड़ी थी.. शिकायत होने पर महिला चिकित्सक पर पुलिस ने 28 मार्च को प्रकरण दर्ज किया था लेकिन डॉक्टर के रुतबे के कारण  गिरफ्तारी में पुलिस कोई रूचि नहीं ले रही थी...कल शाम महिला राज्य आयोग अध्यक्ष पिडीता से मिलने पहुंची थी व दबाव के बाद मजबूर होकर पुलिस को सरकारी अस्पताल से ड्यूटी कर वापस घर जाते समय बीच सडक पर वाहन रोक हिरासत मे लिया... डाकटर द्वारा छोड़े गए स्पंज से सड़ाव के कारण प्राकृतिक गुदा द्वार बंद होने की तकलीफ झेलना पडी और कृत्रिम मलद्वार बनने से प्रसूता हर पल गंदगी, अधपके भोजन की सड़ांध व करवट तक न बदलने देने वाली तकलीफ में जी रही है.

घेराबंदी कर हुई गिरफ्तारी
सीविल अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ आशारानी जैन को शनिवार दोपहर ड्युटी से लौटते वक्त पुलिस ने घेराबंदीकर सिटी स्थित पुराने शराब ठेके के पास से गिरफ्तार किया। थाना प्रभारी दिनेश प्रजापति ने बताया कि आरोपी चिकित्सक डॉ जैन के खिलाफ धारा 269,337,338 एवं 308 का प्रकरण पंजीबद्घ किया गया है। बताया जा रहा है कि म.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े के हस्तक्षेप के बाद जिला पुलिस अधिक्षक डॉ मोनिका शुक्ला के निर्देश पर स्थानीय पुलिस ने मामले में दो गैर जमानती धाराए बढाई। 

शनिवार दोपहर बाद करीब 3 बजे चिकित्सक डॉ आशारानी जैन को न्यायालय में पेश किया गया न्यायालय ने उनके जमानती आवेदन को खारीज करते हुए पुलिस अभिरक्षा में सौपे जाने का आदेश दिया। जमानत आवेदन खारिज होते ही डॉ आशारानी जैन पुलिस वाहन में अचेत होकर गिर पड़ी मेडिकल परिक्षण के दौरान स्थानीय चिकित्सको ने उन्हे अस्वथ्य घोषित करते हुए ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करने की सलाह पुलिस को दी। 

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