भोपाल। 8 दिन से लगातार हड़ताल कर रहे 108 ऐंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों की हड़ताल के मामले में जब हाईकोर्ट से हाथ खींच लिए तो सरकार ने अपना अंतिम अस्त्र सामने ला खड़ा किया। धरना स्थल पर पुलिस की आधा दर्जन से ज्यादा बसें और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। माना जा रहा है कि हड़ताली कर्मचारियों को भी कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इससे पहले बुधवार को लेबर कमिश्नर से हुई बातचीत भी बिफल हो गई।
बुधवार को श्रम विभाग के अधिकारियों ने दोनों पक्षों से मुलाकात की लेकिन वार्ता विफल रही। विभाग ने दोनों पक्षों को गुरुवार को दोबारा बातचीत के लिए बुलाया है। जानकारी के अनुसार कंपनी ड्यूटी का समय कम नहीं करना चाहती। वहीं, कर्मचारियों ने मांगें नहीं माने जाने तक हड़ताल जारी रखने की बात कही है। उधर, पिछले 8 दिनों से चले आ रहे धरने में पहली बार पुलिस की इतनी सरगर्मी नजर आई है। प्रदर्शनकारियों ने आशंका जताई है कि, उन्हें जबरन यहां से हटाया जा सकता है। इससे पहले लेबर कमिश्नर के कहने पर कर्मचारियों ने विधानसभा का घेराव निरस्त कर दिया था। इस बीच 108 को कॉल सेंटर का सर्वर डाउन होने से 1000 से ज्यादा कॉल ड्राप होने से मरीज के परिजन परेशान हुए।
मंत्री ने कहा.. पहले हड़ताल खत्म करो
मीडिया प्रभारी असलम खान ने बताया कि हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह ने बंगले पर बुलाया था। कर्मचारियों से मंत्री ने कहा कि पहले हड़ताल खत्म करो। उसके बाद आगे की बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक हड़ताल खत्म नहीं करेंगे, तब तक मांगों पर विचार नहीं हो सकता।