भोपाल। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की मिर्जापुर कृषि उपज मंडी में किसान महोत्सव के तहत आयोजित किसान सम्मेलन में आए किसानों को शिवराज सिंह सरकार के मंत्री गौरीशंकर बिसैन ने किसानों को ही नजर बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक कार्यक्रम खत्म नहीं हो जाता। किसी भी किसान को ना तो बाहर जाने दिया जाएगा और ना ही उन्हे खाना खाने दिया जाएगा।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने विधायक कल्याण सिंह ठाकुर का भाषण रोककर किसानों को अजीब ढंग से चेतावनी दी। उन्होंने मंच से किसानों से कहा कि न उन्हें बाहर जाने देंगे और न कार्यक्रम समाप्त होने तक खाना देंगे। उन्होंने पुलिस के जवानों को आदेश देते हुए कहा कि कोई भी बाहर न जा सके, इसलिए बसों की चाबियां निकालकर ले आओ।
दरअसल, किसान मंच से चल रहे भाषणों से बोर होकर बाहर की तरफ जा रहे थे। किसानों को रोकने के लिए उन्होंने इस तरह का विवादित आदेश मंच से जारी किया। जब उन्हे समझ आया कि वो तानाशाहीपूर्ण बातें कर गए हैं तो मामले को संभालने के लिए उन्होंने जोड़ा कि यह कार्यक्रम किसानों के लिए रखा है और कार्यक्रम के बाद वे स्वयं भी किसानों के साथ खाना खाएंगे।
पार्टी नेतृत्व से चूक हुई होगी
बासौदा से विधायक निशंक जैन के जीतने पर कृषि मंत्री ने कहा कि जरूर पार्टी नेतृत्व से कोई चूक हुई होगी, वरना बासौदा से जैन नहीं जीतता। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मेरी चार सभाएं खुले खेत में करा दो हम फिर से बासौदा जीतकर आएंगे।
मंत्री का भाषण चल रहा था और प्यास से तड़प रहे थे किसान
मंत्री के आदेश पर किसानों को भोजन तो क्या पानी भी देना बंद कर दिया गया। कृषि मंत्री के भाषण के दौरान किसान पानी मांगते नजर आए। इस पर कृषि मंत्री ने कृषि विभाग के जेडी से लेकर उप संचालक व अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को खुद अपने हाथों से किसानों को पानी पिलाने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने करीब 40 मिनट भाषण दिया। कार्यक्रम को राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, विधायक कल्याण सिंह ठाकुर, जिपं अध्यक्ष तोरणसिंह दांगी, नपा अध्यक्ष मुकेश टंडन ने भी संबोधित किया।