भोपाल। पिछले कुछ दिनों से प्रभात झा, ज्योतिरादित्य सिंधिया से टकराव को लेकर सुर्खियों में हैं। पहले उन्होंने सिंधिया पर पुरामहत्व की इमारतों को किराए पर देने का आरोप लगाया। फिर सिंधिया समर्थकों ने प्रभात झा की संपत्ति की जांच कराने की मांग की। अब सिंधिया की लोकसभा सीट गुना में प्रभात झा को चक्कर आ गए। वो लड़खड़ाकर कुर्सी पर बैठ गए। टेबल पर सिर रख लिया। सभी लोग घबरा गए लेकिन पीए ने समझदारी से काम लिया और प्रभात झा को संभाल लिया। गुना में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने आए प्रभात झा की ठीक उस समय शुगर डाउन हुई जब वो भाषण देने खड़े हुए।
बुधवार दोपहर 1.15 बजे के लगभग राज्य सभा सदस्य प्रभात झा पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले गुना जिले के हरिपुर गांव में कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। वह बोलने के लिए जैसे ही खड़े हुए और कहा कि 'मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों के मामा हैं, उन्होंने कई योजनाएं चलाई हैं। इसका लाभ लोगों को मिल रहा है।' बस, इसके बाद उनक हालत बिगड़ी। वह कुर्सी पर बैठ गए। सिर टेबल पर रख लिया। यह देखकर कार्यकर्ता घबरा गए। वह दौड़े-दौड़े उनके पास पहुंचे। पास में ही पूर्व राज्यमंत्री केएल अग्रवाल बैठे थे। उन्होंने तुरंत उन्हें संभाला। लेकिन झा के साथ पीए ने एक टॉफी खाने को दी। 5 मिनट बाद वह सामान्य हो गए। इसके बाद वह फिर से भाषण देने लगे। बोले कांग्रेस के गढ़ से शुरुआत कर दी है। इसके बाद उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।
बिजली चली गई, हाथ के पंखे से की हवा
राज्य सभा सदस्य की तबीयत बिगड़ी, उसी दौरान बिजली भी चली गई। कार्यकर्ताओं ने हाथ से पंखे से उन्हें हवा की। कुछ लोग पानी लेकर उनके पास आए। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही बिजली आ गई।
सिंधिया समर्थकों के डर से सख्त पहरे में आए प्रभात झा
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में लगातार सक्रिय सांसद झा को ज्योतिरादित्य के खिलाफ बोलने पर धमकी मिली हैं। इसके बाद से ही उनकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई। हरिपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एसडीओपी, 4 इंस्पेक्टर, 6 सब इंस्पेक्टर सहित 20 जवान सुरक्षा में लगे थे। खुद को पुलिस जवानों के बीच सुरक्षित पाने के बाद प्रभात झा ने कहा कि मैं धमकी से नहीं डरता हूं। अगर जनता के लिए मेरी जान भी चली जाए, तो इसकी कोई चिंता नहीं है। कांग्रेस के गढ़ से हरिपुर से मैने कांग्रेस के सफाया करने की शुरुआत कर दी है।