
आईएएस युनूस का एक बेटा है। इस नौकरशाह दंपत्ति का कहना है कि अब उनके बेटे को बहन का प्यार भी मिलेगा। युनूस व उनकी पत्नी अंजुम ने कहा है कि परमजीत सिंह की बेटी की इच्छा है कि वो अपने परिजनों के साथ रहना चाहती है या फिर उनके साथ। वे उस बेटी की इच्छा का मान करेंगे। शहीद की बेटी की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएंगे और उसे आईएएस या आईपीएस बनने का शौक होगा तो इस इच्छा को पूरा करने के लिए सारे साधन जुटाएंगे।
यहां बता दें कि पाकिस्तान बार्डर एक्शन टीम के कायराना हमले में पंजाब के तरनतारन के परमजीत सिंह शहीद हो गए थे। उनकी 12 साल की बेटी ने पिता के अंतिम संस्कार के समय उन्हें सैल्यूट कर विदाई दी थी। अब इस बेटी को हिमाचल के आईएएस युनूस ने गोद लेने का फैसला लिया है। हालांकि आईएएस युनूस यह नेक काम गुपचुप तरीके से पूरा करना चाहते थे, लेकिन उनका यह मानवीय चेहरा छिपा न रह सका। हिमाचल में सभी लोग आईएएस युनूस की तारीफ कर रहे हैं। ऐसे में शहीद का परिवार भी खुद को भावनात्मक रूप से मजबूत महसूस कर रहा है।