नई दिल्ली। भारत के 2 सैनिकों के सिर काट लिए जाने के बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने एलओसी के पार स्थित पाकिसतान की कई चौकियों को तबाह कर दिया। सेना ने वीडियो भी जारी किया है। जिसमें बमबारी होते हुए दिखाई दे रही है परंतु भारत की आम जनता इसे बदले की छोटी कार्रवाई मान रही है। सोशल मीडिया पर मांग उठ रही है कि जवाबी हमला कुछ इस तरह का होना चाहिए, कि आने वाले दशकों तक पाकिस्तान और उसके आतंकवादी किसी भी भारतीय सिपाही का सिर काटने की हिम्मत ना कर सके।
भारतीय थलसेना ने मंगलवार को कहा कि उसने नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी ठिकानों पर दंडात्मक (पेनाल्टी) गोलाबारी हमले किए, जिससे ‘‘कुछ नुकसान’’ पहुंचा है। सेना की ओर से यह कार्रवाई उसके दो सैनिकों के सिर काटे जाने के कुछ दिन बाद की गयी है। उसने सैन्य कार्रवाई का एक वीडियो जारी किया, जिसमें वनक्षेत्र में कुछ ढांचों को बार-बार की जाने वाली गोलाबारी के कारण नेस्तनाबूद होते दिखाया गया है।
सेना ने जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार उन पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर किये गये पलटवार का अभियानगत ब्यौरा नहीं दिया है जो घुसपैठ में मदद करते हैं। हालांकि सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सुरक्षा बल के दो कर्मियों का सिर काटे जाने की घटना के नौ दिन बाद नौ मई को इस घटना को अंजाम दिया गया।
अतिरिक्त महानिदेशक, जन सूचना, मेजर जनरल ए के नरूला ने कहा, ‘’हमारे सैनिकों द्वारा नौशेरा सेक्टर में हाल में की गयी कार्रवाई से पाक सेना की उन चौकियों को नुकसान पहुंचा है जो घुसपैठ का समर्थन कर रही हैं।’ सूत्रों ने बताया कि यह हमला पाकिस्तान को संदेश था कि सीमा पार से होने वाले घुसपैठ के किसी भी प्रयास के खिलाफ सेना कठोर कार्रवाई करेगी और उसकी तीव्रता बढ़ती जाएगी।
सरकार ने सेना की इस कार्रवाई का समर्थन किया और रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि सरकार को जम्मू कश्मीर में शांति बहाल करनी है और शांति सुनिश्चित करने के लिये ऐसी कार्रवाई जरूरी है। कुल 22 सेकेंड के इस वीडियो में दिखाया गया है कि गोले बरसने और धुआं उठने के बीच ठोस ढांचे मलबे के ढेर में बदल गये। बहरहाल, इस क्लिपिंग में अभियान के क्षेत्र की स्पष्ट पहचान नहीं हो पा रही है।
आपको बता दें कि कुछ ही दिन पहले पाकिस्तानी सेना ने दो भारतीय जवानों की न सिर्फ हत्या कर दी थी, बल्कि उनके शव के साथ बर्बरता भी की गई थी। इस घटना से पूरे देश में गुस्सा था। इस घटना के बाद सरकार से लेकर सेना तक के बयान आए थे। सेना की ओर से कहा गया था कि कार्रवाई होगी। लेकिन कब होगी, यह भारतीय सेना तय करेगी। सरकार की ओर से कहा गया था कि हमें अपनी सेना पर भरोसा रखना चाहिए। भारतीय सेना ने उड़ी में पाकिस्तान द्वारा दुस्साहस किए जाने के बाद भी जोरदार हमला बोला था। तब हमारे कई जवान शहीद हो गए थे। उन पर घात लगाकर हमला किया गया था।