नई दिल्ली। कश्मीर में अब सख्त कार्रवाई की जरूरत है। पाकिस्तान से भेजे गए हथियारबंद आतंकवादी और कश्मीर की जनता को भड़काने वाले नेता कश्मीर की आम जनता में शामिल हो चुके हैं। अब वो हर कदम पर अपने होने का अहसास करा रहे हैं। उनकी संख्या और हिम्मत तेजी से बढ़ती जा रही है। इसका प्रमाण उस समय मिला जब बीते रोज एक आतंकवादी के जनाजे में फायरिंग की गई और आज लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के जनाजे पर पथराव किया गया। आतंकवादियों ने उन्हे किडनैप करके गोलियों से छलनी कर दिया था। लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के जनाजे में सैंकड़ों लोग शामिल हुए। इसमें आर्मी के जवान भी थे। पत्थरबाजों ने आर्मी के जवानों को निशाना बनाकर पथराव किया।
हाल ही में ज्वाइन की थी आर्मी...
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेफ्टिनेंट उमर फैयाज (23) कुलगाम के रहने वाले थे। उनकी बॉडी शोपियां जिले में घर से 3 km दूर हरमन चौक पर पाई गई। आर्मी सोर्सेस के मुताबिक, उन्होंने करीब 6 महीने पहले ही आर्मी ज्वाइन की थी। अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर पर कई निशान मिले हैं जिनसे पता चलता है कि उन्होंने किडनैपिंग के वक्त खुद को आतंकियों से छुड़ाने की काफी कोशिश की थी। उन्हें बेहद पास से सिर, पेट और सीने में गोलियां मारी गईं। एक पुलिस ऑफिशियल ने बताया, "उमर फैयाज छुट्टी पर थे और अपने मामा की बेटी की शादी में शिरकत करने गए थे, जहां से उन्हें रात 10 बजे 5-6 आतंकियों ने अगवा कर लिया था।"
इसलिए चले पत्थर
रिपोर्ट्स के मुताबिक उमर के जनाजे में पूरा गांव उमड़ पड़ा था। लोगों में गुस्सा था और वो इस हत्या को अंजाम देने वालों को सजा देने की मांग कर रहे थे। इस दौरान किसी जवान की राइफल से फायरिंग हो गई। इसके बाद जनाजे में जवानों पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।
पहली बार छुट्टी लेकर घर आए थे
उमर ने साउथ कश्मीर के अशमुकाम में नवोदया विद्यालय में पढ़ाई की थी। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में आर्मी ज्वाइन किया था। उमर के सीनियर ऑफिशियल ने बताया, "उमर आर्मी ज्वाइन करने के बाद पहली बार छुट्टी लेकर घर गए थे और 25 मई को अखनूर अपनी यूनिट में लौटने वाले थे।"
रोल मॉडल थे उमर फैयाज: जेटली
डिफेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने कहा, "लेफ्टिनेंट उमर फैयाज एक खिलाड़ी भी थे, उनके बलिदान ने घाटी से आतंकवाद को खत्म करने के लिए देश के कमिटमेंट को जाहिर किया है।" जेटली ने यह भी कहा कि आतंकियों द्वारा उमर फैयाज का अपहरण और उनकी हत्या करना कायरता है। जम्मू-कश्मीर का यह यंग अफसर लोगों का रोल मॉडल था।
घिनौना जुर्म करने वालों को हम बख्शेंगे नहीं: आर्मी
कमांड लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा ने कहा, "दुख की इस घड़ी में पूरी आर्मी उमर के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। हम उनके परिवारवालों को भरोसा दिलाते हैं कि इस घिनौने जुर्म को अंजाम देने वालों को हम बख्शेंगे नहीं। विक्टर फोर्स के ऑफिसर इन कमांड मेजर जरनल बीएस राजू ने कहा कि सभी यूनिट्स को पूरे एरिया की सर्चिंग में लगा दिया गया है। उमर की हत्या करने वालों की तलाश की जा रही है। बता दें कि विक्टर फोर्स साउथ कश्मीर रीजन में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशंस के अंजाम देती है।