
पता चला कि भोजन सिर्फ एक ही बालक ने पुरा खाया है तथा दस बच्चो ने जरा जरा सा भोजन किया घटना से पूरे गांव में संसनी फैल गई। गांव के डाक्टर देवेश ने पत्रकार शेरा मिश्रा से मदद ली तब फोन पर सूचना कटनी कलेक्टर श्री गढ़पाले को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर महोदय ने तहसील के सभी अधिकारियों को इस कार्य में दौड़ाया और बच्चे को सुरक्षित बचाने के शक्त निर्देश दिए। ग्रामीणों की मदद से स्वसहायता समूह की संचालक सुनिता सिंह बच्चे को लेकर विजयराघवगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र पहुची जहा पर डाक्टर विनोद सिंह कलेक्टर के आदेश अनुसार बच्चे का इंतजार कर रहे थे बच्चे के पहुचते ही डाक्टर विनोद ने उचित उपचार कर बच्चे को खतरे से बाहर किया।
घटना की जानकारी लगते ही विजयराघवगढ़ तहसीलदार सुधाकर सिंह बघेल बीआरसी देवेन्द्र अहिरवार उपस्थित होकर बच्चे के विषय में जानकारी ली तदोपरांत ग्राम गुडेहा डाक्टर विनोद के साथ तहसीलदार व बीआरसी गये तथा शेष बच्चो की जाच की गई डाक्टर विनोद ने स कुशल सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला समय पर इलाज न मिलता तो हो सकती थी बडी घटना।