भोपाल। वर्चस्व के लिए एलएनसीटी कॉलेज की बस में तोड़फोड़ कर छात्रों पर सरेराह हमला करने वालों की पुलिस अब तक शिनाख्त नहीं कर सकी है। इससे उनकी गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि जो छात्र बस में थे वे आरोपी छात्रों के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। शुरुआत में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें कोर्ट से जमानत पर रिहा कर दिया गया था। 24 अप्रैल की शाम एलएनसीटी कॉलेज के बीई सेकंड इयर के छात्र शिवम रावत अौर स्थानीय रहवासियों ने कॉलेज की बस में तोड़फोड़ कर छात्रों से मारपीट की थी। इसमें आदित्य सिंह और जयवर्धन रघुवंशी घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने शिवम रावत समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अन्य करीब एक दर्जन आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है।
यह था घटनाक्रम
सोमवार की शाम जब बस छात्र-छात्राओं को लेकर कॉलेज से बाहर निकली थी तभी माउंट फोर्ट स्कूल के पास लाठी-डंडे लेकर खड़े बदमाशों ने उसे रोकर लिया था। बस में जमकर तोड़फोड़ की। छात्र-छात्राओं से मारपीट भी की। इसमें बीई थर्ड ईयर के छात्र आदित्य सिंह व जयवर्धन सिंह रघुवंशी को गंभीर चोटें आई थीं। आदित्य को बिलखिरिया स्थित नागपुर अस्पताल से नेशनल हॉस्पिटल रैफर किया गया था।
स्थानीय और बाहरी छात्रों में वर्चस्व के लिए झगड़ा
एलएनसीटी कालेज में बाहरी छात्रों की संख्या बहुत है। कॉलेज में एक प्रकार से उनका वर्चस्व है। कॉलेज में ही कोकता, कोलुआ, छावनी समेत आसपास के स्थानीय छात्र भी पढ़ते हैं। पुलिस का कहना है कि स्थानीय नेता और छात्र राजनीतिक रैलियों में शामिल होने लिए बाहरी छात्रों पर दबाव बनाते थे। बाहरी छात्र रैलियों में शामिल होने इंकार कर देते थे। इससे स्थानीय छात्रों को लगता था कि कॉलेज में उनका वर्चस्व कम हो रहा है। पुलिस के मुताबिक कॉलेज में बीती 21 अप्रैल को सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था। इसी का बदला लेने के लिए सोमवार को मारपीट की गई।