कटनी। मोबाइल एप से हाजिरी भरने के फरमान से कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल है। देरी से कार्यालय पहुंचने वाले कर्मचारी शासकीय फरमान से परेशान है। नौकरी की जगह राजनीति करने वाले कर्मचारी नेता लोकसेवक ऐप को शासन की मनमानी बताकर शोषण का आरोप लगा रहे है। शासन-प्रशासन की ज्यादती और शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए दिए गए अधिकार का उपयोग कर प्रशासन पर दबाव बनाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें
सही समय पर पहुंचे दफ्तर
लोकसेवक ऐप के चलते कर्मचारियों की दफतरों में देर से पहुंचने की कलई खुलने लगी। विभागीय कर्मचारी दफ्तर में देरी से पहुंचने के बाद भी रजिस्टर में हस्ताक्षर कर देते थे। ऐप के जरिए हाजिरी लगाना उनके लिए कठिनाई पैदा कर रहा है। प्रशासन की वाजिब पहल को ठेंगा दिखाकर अपने स्वार्थ सिद्घि में लगे कर्मियों को दिलचस्पी स्वयं के निजी कार्यो को करने में रहती है। अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें
क्या है लोकसेवक ऐप
प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मनमानी पर लगाम कसने व उनकी उपस्थिति जानने के लिए लोकसेवक नाम का मोबाइल ऐप शुरू किया है। एप में प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी की आईडी बनाई गई है जिसमे वह अपनी आईडी और पासवर्ड से एप को लॉग इन कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकता है। नौकरी की समयावधि समाप्त होने पर ऐप से लॉग ऑफ कर नौकरी से जाने का समय दर्ज हो जाता है जिससे प्रत्येक कर्मचारी की नौकरी की जानकारी संबंधित विभाग के उधााधिकारी के पास दर्ज हो जाती है। अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें
कर्मचारी की नौकरी का रहता है हिसाब
शासकीय सेवक शासन द्वारा निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचता है और ना ही निर्धारित समय तक कार्यालय में रहता है। इसी मनमानी पर लगाम कसने के लिए क्लेक्टर द्वारा शुरू किए गए लोकसेवक नाम के एक मोबाइल ऐप के द्वारा हाजिरी लगाना एवं नौकरी का समय समाप्त होने पर मोबाइल एप से लॉगऑफ होकर कर्मचारी द्वारा की गई कुल नौकरी का हिसाब आसानी से रखा जा सकता है। अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें