सागर। लालबत्ती हटाए जाने के मामले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने अजीब बयान दिया है। उन्होंने लालबत्ती के साथ पद और गाड़ियों को भी रखैल बताते हुए कहा कि ये सब नाशवान हैं। सोमवार रात आदिशंकराचार्य प्रकटोत्सव में शामिल होने रवींद्र भवन आए मंत्री भार्गव ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि मैं बहुत लंबे समय से अपने क्षेत्र में लालबत्ती का उपयोग नहीं करता था। बता दें कि बुंदेलखंड में 'रखैल' उस महिला को कहते हैं जिसके साथ कोई अन्य पुरुष अवैध रिश्ता बनाता है और बदले में उसका खर्चा उठाता है। ऐसी महिला को कभी पत्नी का दर्जा नहीं दिया जाता। अंग्रेजी में ऐसी महिलाओं के लिए KEEP शब्द का उपयोग भी किया जाता है।
उन्होंने कहा पद शाश्वत है और ये सब नाशवान चीजें हैं। इनसे मुझे कोई मोह नहीं है। थोड़ी देर सोचने के बाद उन्होंने कहा 'लालबत्ती, हूटर, पद, बंगले, गाड़ियां, ये किसी की होकर नहीं रहतीं। ये सब रखैलें हैं। जो भी इनको रख लेता है, उसी के साथ हो जाती हैं।"
सरपंच सचिव मामले में कैबिनेट में चर्चा करेंगे
ग्राम उदय से भारत अभियान के दौरान हड़ताल पर बैठे सरपंच व सचिवों के विषय में मंंत्री भार्गव ने बताया कि इस हड़ताल से कहीं न कहीं किसानों को नुकसान हो रहा है। पहले सचिव को 5 हजार रुपए वेतन दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 16 हजार कर दिया। सरपंच-सचिव के मुद्दे पर कैबिनेट में चर्चा करेंगे।