नई दिल्ली। आप विधायक अलका लांबा अपनी ही विधानसभा में व्यापारियों के निशाने पर आ गईं हैं। जब दुकानों में आग लग रही थी, विधायक अलका लांबा फोटो खिंचवा रहीं थीं। उन्होंने दमकल कर्मियों के बीच बैठकर विक्ट्री साइन देकर फोटो भी खिंचाई। इस दौरान कर्मचारियों ने रेस्क्यू आॅपरेशन बंद रखा। करीब एक घंटे तक दमकल की गाड़ी और क्रेन पर चढ़ी रहीं और कुछ इस तरह रिएक्ट करतीं रहीं मानो वो 'शक्तिमान' हैं और दमकलें जो कुछ भी बचाव कार्य कर रहीं हैं, उन्ही के कारण कर रहीं हैं। गुस्साए व्यापारियों ने अलका के इस फाटोशूट के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
दुकान मालिकों का आरोप है कि अलका के क्रेन पर चढ़ने से दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में परेशानी हुई। उन्हें ऐसा करने की क्या जरूरत थी? सोमवार रात 9 बजे चांदनी चौक के कटरा धुलिया बाजार में आग लगी। जिसे बुझाने में दमकल की 20 गाड़ियां लगीं। 3 घंटे में इस पर काबू पाया जा सका।
अलका ने सफाई में क्या कहा?
क्रेन पर चढ़कर विक्ट्री साइन दिखाने पर अलका ने कहा, ''घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने वाले फायर कर्मचारियों का कन्धा थपथपाना, विक्ट्री साइन दिखाना भाजपाइयों की नज़र में गलत था। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ''करीब 3 घंटे लगे आग बुझाने में, फायर अफसर ने मुझे लोगों से अपील करने के लिए कहा, ताकि वे पैनिक न हों। किसी जान का कोई नुकसान नहीं हुआ, आग पर काबू पा लिया गया। मुझे अपील करते देख बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल मुर्दाबाद, अलका लांबा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस अपील से पहले उन्हें पता नहीं था कि मैं 2 घंटे से वहीं खड़ी हूं।
ये देखकर दुख हुआ कि ऐसे वक्त में जब भीषण आग को बुझाने में फायर ब्रिगेड/दिल्ली पुलिस की मदद करनी चाहिए। बीजेपी नेताओं ने राजनीति को चुना, मुर्दाबाद कल कर लेते। एक ओर जहां बीजेपी पार्षद मुर्दाबाद के नारे लगाने में बिजी थे, आप के सिपाही फायर कर्मियों को पानी पिलाने का काम कर रहे थे।