भोपाल। नर्मदा नदी में रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगाने के बाद बाजार में तेजी से रेत के दाम बढ़ गए। कालाबाजारी शुरू हो गई। इसे देख सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि अब रेत बेचने का काम सरकार करेगी। फिलहाल सरकार के पास किसी भी प्रकार की सामग्री विक्रय करने के लिए केवल उचित मूल्य की दुकानें ही हैं। सवाल यह है कि रेत के ठिए पर जाकर उगाही और रसीदी किस विभाग के लोग करेंगे और क्या यह व्यवस्था तत्काल लागू हो पाएगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा किनारे पौधे लगाने के अभियान में वेबसाइट का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए नदी के किनारों पर दूर तक पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गांव की महिलाएं और युवा हाथ से नर्मदा नदी से रेत निकालेंगे, ठेकेदार अब रेत नहीं खोदेंगे। इसके साथ ही रेत बेचने का काम सरकार अब अपने हाथ में लेगी और इसकी कीमतों पर नियंत्रण रखेगी।
सीएम ने कहा कि हमने नर्मदा की जलधार कम कर दी है, अगर अभी नहीं जागे तो यह नदी ही नहीं रहेगी। नर्मदा के साथ ही हमें अन्य नदियों को भी बचाना होगा। पौधे लगाने के लिए लोग वेबसाइट के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। 2 जुलाई को इसके लिए नर्मदा तट पर मेला लगेगा।