
यह है मामला
राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) की परीक्षा से पहले छात्राओं के अंडरगारमेंट्स उतरवाकर देखे गए। फिर उन्हे बिना अंडरगारमेंट्स के परीक्षा कक्ष में जाने की अनुमति दी गई। छात्रा परीक्षाकक्ष से वापस लौटी और अपनी मां को अंडरगारमेंट्स पकड़ाए तब जाकर उसे प्रवेश दिया गया। लोगों ने इस तरह की सख्ती का विरोध किया है। कांग्रेस समेत लोगों का कहना है कि इस तरह की सख्ती के बाद छात्राएं किस तरह से परीक्षाएं दे पाई होंगी यह सोचने वाली बात है।
उल्लेखनीय है कि एनईईटी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट मेडिकल में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होती है। गौरतलब है कि सीबीएसई ने 104 सहरों में नीट की परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें कुल 11 लाख छात्र-छात्रा शामिल हुए थे।