भोपाल। नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर पर अमरकंटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का आयोजन किया गया है। इसी दिन 14 व 15 मई को सैंकड़ों विवाह समारोह है लेकिन आरटीओ ने नोटिस लगा दिया है कि इन दिनों में बारात के लिए परमिट नहीं दिए जाएंगे क्योंकि बसों में भाजपाईयों को भरकर अमरकंटक ले जाना है। अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि यदि बारातों के लिए बसें नहीं जाएंगी तो बारात कैसे जाएंगी। क्या मोदी की सभा के लिए हजारों विवाह समारोह प्रभावित कर दिए जाएंगे।
भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए 5 लाख कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने का टारगेट फिक्स किया है। सरकार अपनी तरफ से सारी ताकत लगा रही है। आरटीओ को टारगेट दिया गया है कि वो इस आयोजन के लिए बसें उपलब्ध कराए। हर जिले को 10 हजार कार्यकर्ता का टारगेट दिया गया है। लेकिन बसों की उपलब्धता एक बड़ी समस्या हो गई है। बसों की बुकिंग बारात के लिए होने के कारण बस संचालक आरटीओ को बसें देने से मना कर रहे हैं। वहीं सरकार की सख्ती देख आरटीओ भी इस मामले में बस संचालकों को धमकाने में पीछे नहीं हैं।
सबसे अधिक जोर रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी जिलों पर है। ये जिले सभा स्थल से नजदीक हैं और यहां से अधिक से अधिक लोगों को बसों में ढोकर लाना है। दिक्कत इस बात की है कि 14 व 15 मई को इन जिलों में दो सौ से अधिक वैवाहिक कार्यक्रम हो रहे हैं जिनके लिए बसें बुक हैं। सतना समेत कई जिलों में तो आरटीओ ने 14 व 15 मई को बसें नहीं मिलने की स्थिति को देखते हुए परमिट जारी नहीं करने का फैसला कर लिया है। इसके लिए दफ्तर में बाकायदा नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि 14 व 15 मई को नमामि देवी नर्मदे की यात्रा के समापन कार्यक्रम के चलते परमिट नहीं बनाए जाएंगे। इसलिए इस अवधि में परमिट के लिए आवेदन नहीं किए जाएं।