भोपाल। मध्यप्रदेश में प्राइवेट ट्रेन के लिए एग्रीमेंट साइन हो गया है। इसके तहत पहली ट्रेन जबलपुर से इंदौर के बीच चलाई जाएगी। इसके बाद उन तमाम रूटों पर ट्रेनें दौड़ाई जाएंगी जहां फिलहाल रेलवे ट्रेक नहीं है। इसके लिए मंगलवार को प्रदेश सरकार और रेलवे के बीच समझौता हो गया। नई रेल परियोजनाओं के लिए ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाई जाएगी। इस दौरान प्रदेश सरकार की ओर से परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह और परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा ने रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश अग्रवाल और पश्चिम मध्य रेलवे के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर विजय सहगल मौजूद रहे। उन्होंने इस अनुबंध पर दस्तखत किए।
क्या होगा फायदा
प्रदेश सरकार और पश्चिम मध्य रेलवे ज्वाइंट वेंचर कंपनी एक निश्चित राशि देंगे। इसके बाद यह वेंचर हर परियोजनाओं के लिए स्पेशल परपज व्हीकल बनाएगा जो जबलपुर से इंदौर रेल लाइन के लिए प्रोजेक्ट की लागत से लेकर उसमें आने वाले खर्च की रूपरेखा तैयार करेगा। इस पर न तो रेलवे का पूर्ण अधिकार होगा न ही राज्य सरकार का। हर काम की लागत एकत्रित करने के लिए इंवेस्टर्स को आमंत्रित किया जाएगा।
दोनों मिलकर तय करेंगे परियोजना
प्रदेश में जिन क्षेत्रों में रेल लाइन नहीं है, जहां के लोगों को इसकी बहुत ज्यादा जरूरत है। जिन क्षेत्रों में माल गाड़ी की आवाजाही बढ़ाना है, जिन क्षेत्रों में पैसेंजर को बेहतर सुविधा देना है आदि का चयन, राज्य और रेलवे मिलकर करेगा। परियोजनाओं की प्राथमिकता राज्य प्रमुखता से तय करेगा। इसके बाद रेलवे यह देखेंगे की वहां की भौगोलिक और आर्थिक स्थित इसके लिए अनुकूल है या नहीं। हालांकि ज्वाइंट वेंचर से पहला स्पेशल परपज व्हीकल जबलपुर-इंदौर रेल लाइन के लिए बनाया जाएगा।