उपदेश अवस्थी/भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चतुर राजनीति का एक और उदाहरण सामने आया है। हरदा के दिग्गज भाजपा नेता एवं पूर्वमंत्री कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल के जिलाबदर मामले में उन्होंने बेहतरीन रणनीति को अंजाम दिया। पहले पूर्वमंत्री को मीडिया में भरपूर जलील होने दिया गया फिर हरदा कलेक्टर को हटा दिया। यदि कलेक्टर को हटाना ही था तो पूर्वमंत्री को जलील क्यों होने दिया और यदि कमल पटेल को जलील करवा ही दिया था तो कलेक्टर को क्यों हटाया। सीएम शिवराज सिंह की इस गूढ़ राजनीति के रहस्य बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं।
क्या था मामला
पूर्वमंत्री कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसके बढ़ते क्राइम ग्राफ को देखते हुए उसे जिला बदर बदमाश घोषित करने की सिफारिश की थी। मामला कलेक्टर कोर्ट में था। कलेक्टर श्रीकांत बनोठ ने स्पष्ट कर दिया था कि जो भी न्यायसंगत होगा वही कार्रवाई की जाएगी। गुस्साए पूर्व मंत्री ने कलेक्टर पर रेत माफिया से मिले होने का आरोप लगा दिया। हाल ही में शिवराज सिंह की नर्मदा सेवा यात्रा समाप्त हुई है। कमल पटेल ने नर्मदा से अवैध रेत उत्खनन का मामला उठा दिया। पटेल ने हमला कलेक्टर पर किया था परंतु नुक्सान सीएम शिवराज सिंह को हुआ।
शिवराज सिंह ने मामले को पनपने दिया। उधर कलेक्टर श्रीकांत बनोठ पर पूर्वमंत्री के आरोपों का कोई असर नहीं पड़ा तो घबराए कमल पटेल भोपाल आ गए। यहां वो 3 दिन तक डेरा जमाए रहे। वो चाहते थे कि कलेक्टर का तबादला कर दिया जाए परंतु ऐसा नहीं हुआ और मंगलवार को कलेक्टर ने पूर्वमंत्री के बेटे को जिला बदर बदमाश घोषित कर दिया। आसपास के 5 जिलों में उसके प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई।
खुली पोल तो जलील हुए कमल पटेल
जब कमल पटेल ने नर्मदा में अवैध उत्खनन का आरोप लगाया था तब माना जा रहा था कि उनका नर्मदा प्रेम जाग गया है परंतु जैसे ही यह मामला सामने आया पूरी पोल खुल गई। कमल पटेल अपने बेटे को बचाने और कलेक्टर को हटवाने के लिए सारे आरोप लगा रहे थे। सोशल मीडिया पर कमल पटेल की काफी निंदा की गई।
अब कलेक्टर को हटा दिया
अब जबकि क्लाइमेक्स खत्म होने वाला था तब द एंड से पहले सीएम ने हरदा कलेक्टर श्रीकांत बनोठ को हटा दिया। अब वो उप सचिव मध्यप्रदेश शासन के रूप में मंत्रालय में हाजरी लगाएंगे। उनकी जगह पर तरूण राठी उप सचिव मध्यप्रदेश शासन, खनिज साधन विभाग तथा कार्यपालक संचालक, म.प्र. राज्य खनिज निगम (अतिरिक्त प्रभार) को कलेक्टर हरदा बनाकर भेजा गया है।