
बताया जाता है कि दुबे कुछ समय से मानसिक तनाव में थे। दुबे करीब 11 बजे गैरतगंज के अपने निवास पर थे, उनकी पत्नी दूसरे कमरे में पूजा कर रही थी। उसी दौरान संजय दुबे अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर पत्नी भाग कर कमरे में आई तो देखा दुबे लहूलुहान जमीन पर पड़े हुए थे। उन्होंने पड़ोसियों की मदद से सूचना थाने भेजी और दुबे को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से कुछ देर बाद उन्हें रायसेन रेफर कर दिया गया। रास्तें में उनकी मौत हो गई।
भोपाल, विदिशा रह चुके हैं दुबे
दुबे इससे पहले भोपाल और विदिशा में भी रह चुके हैं। वे करीब दो साल से रायसेन में पदस्थ थे। वे यहां पर सिलवानी टीआई रह चुके हैं। कुछ समय वे लाइन में भी रहे। पिछले करीब आठ महीनों से वे गैरतगंज थाने में पदस्थ थे।