भोपाल। व्यापमं घोटाले की जांच जब से सीबीआई के हाथ में आई है, सबकुछ ठंडा पड़ गया है परंतु व्यापमं की राख में अंगारे अभी बाकी हैं। रतलाम के पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने दावा किया है कि व्यापमं घोटाले के तहत 450 अभ्यर्थियों ने अपने फार्म में डाक का पता एक ही भरा और यह इत्तेफाक नहीं हो सकता कि इसमें से ज्यादातर पास हो गए। उन्होंने व्यापमं की ओर से बीते वर्ष 2004 से 2012 के बीच आयोजित हुई परीक्षाओं की जांच की मांग की है।
रतलाम के पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने सीबीआई से 2004 से 2012 के बीच आयोजित हुई परीक्षाओं की जांच की मांग की है। इसे लेकर उन्होंने सीबीआई को दस्तावेज भी सौंपे है। इन दस्तावेजों में करीब 450 ऐसे अभियार्थियों के नाम है जो अलग अलग वर्षों में परीक्षा में शामिल हुए और उनका पता एक समान है।
इसमें खास बात यह है कि परीक्षाओं में लगभग इन सभी उम्मीदवारों का चयन भी हुआ। इतना ही नहीं परीक्षा में सम्मलित हुए कई परीक्षार्थी ऐसे भी है जिन्होंने अपने मूल शहर और निकटतम शहरों को छोड़कर दूर के परीक्षा केंद्रों से परीक्षा दी।
सीबीआई के प्रकरण क्रमांक 29 में डॉ. गुरू प्रसाद द्वेदी के संदर्भ में आज लिखित बयान सबीआई के दर्ज कराए गए हैं। साथ ही इससे संबंधित दस्तावेज भी सीबीआई को सौंपे गए हैं। ऐस मे अब यह देखना होगा कि व्यापम परीक्षा को लेकर जो आरोप पारस सकलेचा ने लगाए है वो कितने सही है।