भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 130 किलोमीटर दूर विदिशा जिले के पठारी गांव में श्मशान की भूमि में हुई खुदाई के दौरान 1000 साल पुरानी भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप वाली प्रतिमा निकली। इसके बाद कई और प्राचीन प्रतिमाएं निकलीं। माना जा रहा है कि परमार काल में यहां भव्य मंदिर हुआ होगा, जो कालांतर में भूमि के अंदर चला गया और इस महत्वपूर्ण स्थल से अंजान सरकार ने इस पवित्र भूमि को श्मशान घाट बना दिया।
मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार ग्राम पंचायत पठारी द्वारा पौधरोपण के लिए श्मशान घाट में जेसीबी मशीन से गड्ढे करवाए जा रहे थे। इसी दौरान एक विशाल पत्थर की चट्टान नजर आई। मशीन ने जैसे ही पत्थर को निकाला जिसमें मूर्ति नजर आई। भगवान विष्णु की मूर्ति निकलते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। यह प्रतिमा लगभग 1 हजार साल पुरानी बताई जा रही है। इसके बाद श्मशान में और खुदाई की गई तो कई प्राचीन मूर्तियां निकलीं।
भगवान विष्णु का सातवां स्वरूप
भोपाल के आर्कियोलोजिस्ट डॉक्टर नारायण प्रसाद व्यास ने बताया कि यह मूर्ति परमार काल की लगभग 1 हजार साल पुरानी है। यह मूर्ति भगवान विष्णु के चतुर्भुज स्वरूप की है। इनके हाथों में गदा, चक्र, पदम और शंख विराजमान है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस क्षेत्र में परमार काल में मंदिर बनाए गए होंगे। इनके यह अवशेष हैं। यदि क्षेत्र की खुदाई की जाती है तो पुरा संपदा का अकूत भंडार मिल सकता है। देश विदेश और मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए पढ़ते रहिए भोपालसमाचार.कॉम
पुरासंपदा का अकूत भंडार है यहां
पठारी क्षेत्र पुरासंपदा का अकूत भंडार का धनी है। परमार वंश काल के दौरान पठारी क्षेत्र में स्थापत्य कला का स्वर्ण युग रहा होगा। इसमें कई ऐतिहासिक स्मारकों का निर्माण किया गया है। इनके अवशेष गवाही दे रहे हैं यदि क्षेत्र की खुदाई की जाती है तो कई ऐतिहासिक स्मारक मिल सकते हैं। इस मौके पर सरपंच देवेंद्र सिंह ठाकुर, विजय सिंह ठाकुर, सचिव गोविंद सिंह राजपूत, रोजगार सहायक मुकेश जैन आदि मौजूद थे। देश विदेश और मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए पढ़ते रहिए भोपालसमाचार.कॉम