कहते है शनि महाराज की वक्र दृष्टि कई लोगो के राज्यभंग कर देती है वर्तमान मॆ शिवराज सिंह चौहान इस दृष्टि मॆ आ सकते है। शिवराज सिंह चौहान गुरु की दशा मॆ मुख्यमंत्री बने थे गुरु मॆ राहु की अंतरदशा मॆ 2017 जनवरी तक वे व्यापमं के आग मॆ झुलसे परन्तु उनका बाल भी बाँका नही हुआ। अब वे शनि की दशा मॆ आ गये हैं। शनि उनकी पत्री मॆ धनु राशि का है।बहुत से अंदर बाहर के शत्रु घात लगाकर बैठे है कि उनका राज़योग प्रबल हो जाय। किसान आंदोलन मॆ कॉंग्रेस तथा अन्य दलों को संजीवनी दिखने लगी है लेकिन ये मृगतृष्णा भी हो सकती है। शिवराज सिंह चौहान के लिये यह समय अत्यंत संकटपूर्ण है पिछली तीन पारियों से शानदार ढ़ंग से राज़ कर रहे शिवराज के लिये अब दशा बदली हुई है जिसका प्रभाव किसान आंदोलन से दिख रहा है।
साडेसाति का मध्यकाल
शिवराज सिंह चौहान इस समय साडेसाति के मध्यकाल से गुजर रहे है दशा भी शनि की है साडेसाति का मध्यकाल कभी भी आसान नही होता उनके लिये अग्नि परीक्षा का समय है।
गुरु की सहायता नही
शिवराज सिंह की राशि धनु है जिसका स्वामी गुरु वर्तमान मॆ शनि की दृष्टि मॆ है। गुरु की दशा भी अब नही है। इस समय शिवराज को अपने पितृपुरुषों की मदद भी नही मिल पायेगी। यह स्थिति 23 जून तक चलेगी। यह समय उनके लिये संकटपूर्ण हो सकता है। हाईकमान की वक्र दृष्टि उनके राज्यभंग का कारण बन सकती है।
23 जून तक कष्टकारी है समय
23 तारीख को शनि महाराजा वक्र गति से वृश्चिक राशि मॆ पहुचेंगे। इस समय 28 मई से उनकी दृष्टि मॆ आये मंगल महाराज भी मुक्त हो जायेंगे इस समयावधि मॆ 14 जून से 23 जून तक का समय शिवराज़ के लिये कष्टकारी हो सकता है। यदि उन्होने ये समय निकाल लिया तो उन्हे बहुत राहत मिल जायेगी क्योंकि इस समय से आंदोलन आगजनी थमना शुरू हो जायेगी।
सतर्क रहे भाजपा सीएम
सत्ता सुख भोग रहे भाजपा के मुख्यमंत्रियों के लिये वक्री शनि खतरे की घंटी है यदि वे सतर्क नही रहे तो अन्य दल तथा विरोधी पक्ष वक्री शनि के भ्रमण काल 26 अगस्त तक उनकी सत्ता को हिला सकता है इस समयावधि मॆ कई लोगो का पत्ता भी कट सकता है।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931
9893280184,7000460931