भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों की मौत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर जोरदार हमला बोला। कहा-किसान आंदोलन के हिंसक होने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा किया गया उपवास नहीं, किसानों का उपहास था।
24 घंटे में ही चांदी के गिलास में नारियल पानी पीकर टूट गया। सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब तक प्रदेश में शांति नहीं होगी, तब तक वे उपवास करेंगे। मंगलवार को जब वे मंदसौर जा रहे थे तो वहां धारा 144 लगी होने की बात कहते हुए उन्हें वहां नहीं जाने दिया गया। उन्होंने सवाल किया कि यदि शांति है तो धारा 144 क्यों लगी थी और यदि अशांति थी तो मुख्यमंत्री उपवास से क्यों उठ गए।
सिंधिया ने टीटी नगर दशहरा मैदान में बुधवार को 72 घंटे का सत्याग्रह शुरू करते हुए प्रदेश भर से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसी सरकार है जिसने छह किसानों को तो पुलिस फायरिंग में मरवा दिया। वहीं, प्रदेश में सरकार कि किसान विरोधी नीतियों चलते औसतन 5 किसान अात्महत्या कर लेते हैं। कांग्रेस के इस सत्याग्रह में सांसद कांतिलाल भूरिया, राज्यसभा सांसद विवेक तनखा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह एवं वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी समेत ज्यादातर विधायक उपस्थित थे।