
राज्य सरकार ने जोर-शोर से पौधरोपण के पंजीयन के लिए नमामि देवी नर्मदे वेबसाइट लॉन्च की थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि रजिस्ट्रेशन करने वाले लोग पौधरोपण करेंगे। इस वेबसाइट पर करीब साढ़े पांच लाख लोगों ने और ऑफलाइन साढ़े चार लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सरकारी अधिकारियों का दावा है कि कि एक व्यक्ति 25 पौधे रौपेगा लेकिन रजिस्ट्रेशन कम होने से सरकार भी चिंता में पड़ गई है लेकिन अब तो यह दावा भी घाटे में जाता दिखाई दे रहा है।
पौधरोपण तो कर्मचारी कर लेंगे, जिनकी इच्छा हो वे जाएं
एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज ने पौधरोपण अभियान को जनआंदोलन बनाने की बात कही है, वहीं जन अभियान परिषद के कार्यकारी संचालक उमेश शर्मा से इस बारे में जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन इसलिए कराया गया, ताकि लोग भावनात्मक रूप से जुड़ें। पौधरोपण तो सरकार के लोग कर लेंगे, जिनकी इच्छा हो वे जाकर कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं।
मंत्री मलैया और चिटनीस के इलाके में सबसे ज्यादा बेरुखी
पौधरोपण के लिए बुरहानपुर से सिर्फ 1692 और दमोह से 1789 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। वहीं सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन जबलपुर से हुए हैं, यहां 71 हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं। पौधरोपण के लिए वेबसाइट पर साढ़े तीन लाख पुरुषों और 2 लाख महिलाओं ने पंजीयन कराया है।