नई दिल्ली। आईसीसी महिला विश्व कप में स्मृति मंधाना ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 108 गेंदों पर 106 रन बनाकर विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ दिया। सारा देश स्मृति को बधाई दे रहा है लेकिन भारत की बेटी अभी खुश नहीं है। उसका कहना है कि मैंने शतक बनाने के लिए इतनी मेहनत नहीं की। मुझे वर्ल्डकप चाहिए, जो हमारा सपना है।
विश्वकप की शुरूआत में अपने पहले ही मैच में आतिशी पारी खेलकर मंधाना ने खुद के टैलेंट को एक बार फिर साबित कर दिया। मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ उद्घाटन मैच में मंधाना ने 72 गेंदों में 90 रन बनाए थे। पहले मैच में शतक से चूकने के बाद मंधाना ने दूसरे मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी कमस पूरी कर ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में स्मृति मंधाना ने 108 गेंदों पर नाबाद 106 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच चुनी गईं।
टूर्नामेंट की ड्रीम शुरूआत करने के बाद मंधाना अपनी इसी फॉर्म को टूर्नामेंट के आगामी मैच में ले जाने के लिए बेताब हैं। मंधाना ने कहा- 'यह अभी खत्म नहीं हुआ है लेकिन मैं वास्तव में खुश हूं कि चोट के बाद मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है। पहले मैच, इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में मैं वास्तव में ऑफ-टच थी और मैं बहुत परेशान भी थी। इसके बाद मैंने अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 82 रन बनाये जिससे मुझे विश्वास हो गया कि मेरी बल्लेबाजी खत्म नहीं हुई है। मैं बल्लेबाजी कर सकती हूं!'
हालांकि केवल 25 मैचों में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने करियर का दूसरा शतक लगाने वाली मंधाना खुश नहीं हैं। मंधाना का कहना है कि 'मैंने पिछले पांच महीनों में कड़ी मेहनत करके इसलिए फिट नहीं हुई हूं कि केवल 90 या शतक बनाऊं। मैं भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं और विश्व कप जीतना चाहती हूं। इसी के लिए मैं पिछले पांच महीनों से तरस रही हूं।