भोपाल। महापौर आलोक शर्मा ने निगम अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप क्या लगाया, पूरा प्रशासनिक तंत्र महापौर को जलील करने पर उतर आया। जनता की शिकायतों का तत्काल निदान करने के लिए आयोजित 'भोपाल की चौपाल' का अधिकारियों ने खुला बहिष्कार किया। एक मामले में जब महापौर ने एई सिविल जीपी राय ने फोन लगाया तो एई ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर सब सन्न रह गए।
महापौर ने फोन मिला, उधर घंटी बजी, एई सिविल जीपी राय ने फोन रिसीव किया, महापौर ने कहा हैलो,.... इसके आगे वो कुछ बोल पाते इससे पहले ही एई सिविल जीपी राय ने तपाक से जवाब दिया 'हां हिल गया, बोलो' सुनते ही महापौर सन्न रह गए। फिर संभले और एई सिविल जीपी राय की जमकर खिंचाई की। मामला बढ़ता देख एई ने माफी मांग ली। घटना सोमवार की है जब महापौर आलोक शर्मा के निवास पर चल रही चौपाल में बैरागढ़ कला में सड़क बनाने की मांग उठी थी और लेकर क्षेत्र की जनता के साथ पहुंचे थे। तभी एई से बात हुई थी।
दरअसल, महापौर के निगम के इंजीनियरों पर कमीशनखोरी के आरोप के बाद से सभी अभियंता खिलाफ हो गए हैं और हड़ताल की भी चेतावनी दे चुके हैं। अब इस विवाद से इंजीनियर्स का विरोध साफ दिखाई दे रहा है। इधर जनप्रतिनिधि और आमजनता महापौर आलोक शर्मा के साथ खड़ी है। सबका एकराय होकर कहना है कि नगर निगम में खुली रिश्वतखोरी होती है।