
सीबीआइ ने कर्नल समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों को अब अदालत में पेश किया जाएगा। कर्नल की पहचान शैबल कुमार के रूप में हुई है। वह सेना की ईस्टर्न कमांड में कोलकाता स्थित योजना व इंजीनियरिंग शाखा में तैनात था। एजेंसी ने पुणे की कंपनी एक्सटेक उपकरण प्रा लि के जिन तीन अधिकारियों को पकड़ा, उनमें कंपनी के एमडी शरत नाथ, निदेशक विजय नायडू व प्रतिनिधि अमित रॉय शामिल हैं। बताया जाता है कि कंपनी कुछ ऐसे उपकरण बनाने का काम करती है जिनका इस्तेमाल चट्टानों को तोड़ने के लिए किया जाता है।
ऐसे ही एक उपकरण की खरीद फरोख्त के दौरान कर्नल शैबल कुमार ने बतौर रिश्वत 1 लाख 80 हजार रुपए मांगे। फरवरी माह में उसे पहली किश्त के रूप में 50000 रुपए का भुगतान कर दिया गया था। सीबीआइ को सारे गोरखधंधे की भनक लग गई। उसने कंपनी के लोगों को रडार पर ले लिया। दूसरी किश्त के तौर पर पचास हजार रुपए कर्नल के हवाले करते ही एजेंसी ने कंपनी के एमडी समेत तीन अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। पचास हजार रुपए कर्नल के घर से बरामद किए गए।
सीबीआइ के प्रवक्ता आरके गौड़ का कहना है कि कंपनी का निदेशक रिश्वत की रकम देने पुणे से कोलकाता आया था। इस मामले को लेकर दोनों शहरों में चार ठिकानों पर दबिश एजेंसी ने दी हैं।