इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल इंदौर में ऑक्सिजन बंद होने की वजह से 17 मरीजों की मौत के मामले में सरकारी खंडन के बाद अब एक नया सबूत सामने आया है। एमवाय के पूर्व अधीक्षक और मानसिक अस्पताल के वर्तमान अधीक्षक डॉ.रामगुलाम राजदान का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो बता दें कि आॅक्सीजन बंद होने के कारण बच्चों की मौत हो गई। इस ऑडियो में डॉ.राजदान किसी को जानकारी दे रहे है कि, मैं डॉ. राजदान बोल रहा हूं, तुम्हे वह खबर तो मिल ही गई होगी, एमवाय में बच्चों की मौत की। इसके बाद वह कह रहे है कि यह कन्फर्म है। तीसरी मंजिल पर बच्चों वाले वार्ड में ऑक्सिजन खत्म हो गई थी। इस वजह से बच्चों की मौत हुई है।
इस आॅडियो के वायरल होते ही खलबली मच गई। इधर युवक कांग्रेस ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। डॉ.राजदान का कहना है कि यह आवाज उनकी नहीं है। इसी के साथ वो आज शुक्रवार से 30 जून की छुट्टी पर चले गए। अब वो कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
क्या डॉ.रामगुलाम राजदान ने यह सूचना किसी को दी थी ?
दोनों ऑडियो क्लिप सुनकर लगता है कि डॉ.राजदान ने ही यह सूचना किसी को दी थी। इसकी एक वजह तो यह है कि दोनों ही कॉल में डॉ.रामगुलाम राजदान के मोबाइल की कॉलर ट्यून सुनाई दे रही है। जो कि एक जैसी ही है। इसके आलावा दोनों में आवाज भी मिलती जुलती ही है। हालांकि इस मामले में एमवाय अधीक्षक डॉ व्ही.एस. पाल ने किसी भी तरह की टिपण्णी करने से से इनकार कर दिया।
कांग्रेसियों ने मचाया हंगामा
कांग्रेसियों ने एमवाय अधीक्षक के इस्तीफे और मृतकों के लिए एक करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग करते हुए जमकर हंगामा मचाया। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एमवाय में प्रबंधन की बड़ी लापरवाही के चलते हुए मरीजों की मौत के मामले में कांग्रेसियों ने प्रबंधन पर जमकर आरोप लगाए। इसके साथ ही मामले की जांच के लिए कांग्रेसियों ने तीन सदस्यीय दल गठित करने की मांग की है। अस्पताल में घुसने से रोकने के लिए भारी पुलिस फोर्स भी वहा तैनात किया गया था। मांगे नहीं माने जाने पर कांग्रेसियों ने उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी है।