नईदिल्ली। मध्य प्रदेश के बालाघाट-सिवनी लोकसभा क्षेत्र से सांसद बोधसिंह भगत के साथ खुले मंच पर हुआ विवाद नेशनल मीडिया की सुर्खियां बना। बात मोदी तक पहुंच गई। केंद्र की ओर से पूछताछ की गई। मंत्री गौरीशंकर बिसेन को दिल्ली तलब किया गया। गुुरूवार को दिल्ली पहुंचे मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने हाईकमान के सामने अपनी बात रखने से पहले एक बार फिर मीडिया के सामने सांसद बोधसिंग भगत पर हमला किया। उन्होंने कहा कि बोधसिंग ने जिस तरह से पार्टी के कार्यक्रम में खुले रुप से उनके साथ बर्ताव किया, उससे साफ है कि वह सांसद तो दूर, सरपंच बनने के लायक भी नहीं है। कृषि मंत्री बिसेन ने कहा कि जिसे यह समझ न हो, कि कौन सी बात कब और कहां बोलनी है। ऐसे में वह पार्टी व भाजपा का तो बिल्कुल भला नही कर सकता है।
उन्होंने कहा कि यदि सांसद को कोई दिक्कत थी, तो वह अलग से भी अपनी बात मुझसे या पार्टी के पदाधिकारियों के सामने रख सकते थे। बुधवार को हुए इस पूरे घटनाक्रम से आहत मंत्री ने कहा कि सांसद की ओर से जैसा बर्तात किया गया, यह पहला वाकया नहीं है। इससे पहले भी वह इस तरह के अपशब्दों का प्रयोग कर चुके है। उन्होंने पिछले दिनों हुए मंत्री गोपाल भार्गव की मौजूदगी में हुए एक ऐसी घटना का जिक्र किया,जिसमें सांसद ने ऐसे ही विवाद खड़ा किया था।
सांसद से साथ लगातार इन विवादों पर उनकी चुप्पी और पार्टी के सामने मामले को न रखने के सवाल पर उन्होने कहा कि उनका सांसद के साथ कोई विवाद नहीं है। मैने तो उन्हे टिकट दिलवाया था। रही बात पार्टी से शिकायत की तो, बुधवार के कार्यक्रम में विवाद के दौरान पूरी जिला ईकाई ही मौजूद थी।जिला अध्यक्ष और तीनों महामंत्री की मौजूदगी ने यह पूरा वाकया हुआ है।
वैसे भी घटनाक्रम का विवाद तो पूरे देश के लोगों तक पहुंच गया है। सभी ने देख लिया है। अब इसमें शिकायत करने की क्या बात है। बता दें कि बालाघाट सिवनी लोकसभा क्षेत्र से सांसद बोधसिंह भगत और प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन में मंच पर ही तू-तू मै-मै हो गई थी।