नई दिल्ली। बिहार को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है। 6 स्कूली लड़कों ने एक छात्रा का अपहरण किया। उसकी आंख पर पट्टी बांधकर घसीटा फिर खेत में ले जाकर गैंगरेप किया। यौन हमले के कारण छात्रा बेहोश हो गई। उसे एक ट्रेन में चढ़ाया गया और फिर चलती ट्रेन से फैंक दिया। छात्रा के शरीर में 5 फ्रेक्चर आए हैं। पीड़िता 14 घंटे तक अस्पताल में तड़पती रही लेकिन इलाज नहीं मिला। मामला मीडिया की सुर्खियों में आया तब इलाज शुरू किया गया।
लड़की का दावा है कि आरोपियों में से एक को वह जानती है और वह उसके स्कूल में उसका जूनियर है। खबरों के मुताबिक लड़की कई घंटों तक फंसी रही। पीड़िता का दावा है कि उस पर तब हमला किया गया जब वह अपने घर से बाहर निकली थी। उसने बताया कि किसी ने उसे पीछे से आकर दबोच लिया था और आंखों पर पट्टी बांध दी थी और घसीट कर घर के पास ही एक खेत में ले गए।
पीड़िता का दावा है कि 6 से 7 लोगों ने उसके साथ इस वारदात को अंजाम दिया जिनमें से दो उसके पड़ोसी हैं। मार-पीट के बाद वह बेहोश हो गई और जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक ट्रेन पर पाया। होश में आने के बाद दो लड़कों ने उसे ट्रेन से फिर धक्का दे दिया और वह दोबारा बेहोश हो गई।
वारदात को बीते शुक्रवार (16 जून) को बिहार के लखोचाक और लखीसराय जिलों में अंजाम दिया गया। वहीं पीड़िता के भाई ने बताया कि लड़की के घर से घायब होने के बाद उन्होंने इलाके में छान-बीन शुरू की। 12 घंटों की छानबीन के बाद उन्हें पता चला कि लड़की को क्यूल रेलवे स्टेशन पर कुछ लोग रेलवे ट्रैक से उठाकर लाए थे। पीड़िता को काफी चोटें आए हैं। आरोपियों ने न सिर्फ लड़की का रेप किया बल्कि दरिंदगी के साथ उसे काफी चोट पहुंचाई। अस्पताल ले जाने के बाद पता चला कि लड़की का काफी खून बह गया था और उसे 5 जगह फ्रैक्चर हुए। खून बहने से रोकने के लिए लड़की को पूरे 24 टांके आएं।
गंभीर हालत देखते हुए लड़की को पटना मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने लड़की का इलाज करने में भी काफी लापरवाही बरती। पीड़िता के भाई का दावा है कि उससे अस्पताल में बेड लेने के लिए गार्ड ने पैसे मांगे गए थे। पीड़िता 14 घंटे बिना इलाज के अस्पताल में फर्श पर पड़ी ही रही। मीडिया द्वारा खबर को उठाने के बाद ही अस्पताल प्रशासन ने अपना काम शुरू किया। पुलिस के मुताबिक मामले में एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।