भोपाल। बालाघाट में भरे मंच से भाजपा के सांसद बोध सिंह भगत और मंत्री गौरीशंकर बिसेन आपस में भिड़ गए थे। मामला मोदी तक पहुंचा। पीएमओ ने रिपोर्ट मांगी। इधर भाजपा की भोपाल पंचायत के सरपंचगणों ने दोनों को तलब किया। मंत्री एक दिन पहले आकर चले गए जबकि सांसद नियत तारीख पर पहुंचे। सरपंचश्री सुहास भगत संगठन महामंत्री, नंदकुमार सिंह चौहान प्रदेशाध्यक्ष एवं अतुल राय संगठन मंत्री महाकौशल ने फैसला सुनाया कि गलती सांसद बोध सिंह ने की है। अत: सांसद को लिखित में माफीनामा देना पड़ा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान का कहना है कि भाषण में सांसद भगत ने जो बात कही थी, उसके लिए उन्होंने माफी मांगी है। बात वहीं से बिगड़ी थी। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा ने मंत्री बिसेन और सांसद भगत दोनों से ही कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब पेश करने को कहा था। बोध सिंह भगत करीब एक बजे पार्टी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, संगठन महामंत्री सुहास भगत और महाकौशल प्रांत के संगठन मंत्री अतुल राय के सामने सफाई पेश की। उन्होंने लिखित में दिया कि भाषण के दौरान उनकी ओर से कुछ गलत शब्द निकले हैं। इसके लिए उन्हें खेद है।
मंत्री गौरीशंकर बिसेन के पार्टी दफ्तर नहीं पहुंचने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि उनसे हमारी बात हो गई है। भाषण के दौरान बोध सिंह भगत से गलती हुई है और उन्होंने खेद भी व्यक्त कर लिया है। भगत के जाने के बाद प्रदेश नेतृत्व ने घटना की प्रत्यक्षदर्शी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष लता एलकर से भी मामले की पूरी जानकारी ली।
प्रभात झा से मिल गए थे बिसेन
इससे पहले शुक्रवार को सुबह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन से मिलने उनके घर पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच बालाघाट में हुई घटना को लेकर ही बातचीत हुई। इसके बाद ही बिसेन ने कार्यालय जाने का प्लान रद्द कर दिया।