नई दिल्ली। देश में इन दिनों स्वच्छता अभियान चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी खुद इसकी नियमित समीक्षा कर रहे हैं। देश के तमाम भाजपा शासित राज्यों के अलावा दूसरे राज्यों में भी अभियान पूरी गति से दौड़ रहा है। इस बीच भाजपा की ही एक सांसद नदी को गंदा करते हुए कैमरे में कैद हुईं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह सब उन्होंने उस समय किया जब वो नदी की सफाई का जायजा लेने आईं थीं। यहां याद दिलाना जरूरी है कि प्लास्टिक किसी भी जलस्त्रोत के लिए सबसे खतरनाक है। प्लास्टिक की बोतलें या दूसरी चीजें जो नदी के तल में पहुंचती हैं वो उतने स्थान को हमेशा के लिए जाम कर देतीं हैं। यदि वो किसी उद्गम तक पहुंच जाएं तो जलधारा के प्रवाह को अवरुद्ध कर देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन साल पहले सत्ता में आते ही स्वच्छ भारत अभियान शुरू करके लोगों से इससे जुड़ने की अपील की थी। करोड़ों लोक बिना स्वार्थ के इस अभियान से जुड़े। लेकिन, मोदी के मंत्री ही इस अभियान की धज्जियां उड़ाते दिखे तो ये बेहद शर्मनाक है। बाराबंकी क्षेत्र की बीजेपी एमपी प्रियंका रावत को यूपी की सरऊ नदी पानी की प्लास्टिक बोतल फेंकते हुए पकड़ा गया है।
ये वाक्या कैमरे में कैद हो गया है। प्रियंका के साथ मौके पर राज्य के जल मंत्री धरमपाल सिंह भी मौजूद थे। चौंका देने वाली बात है कि दोनों नेता लखनऊ से 100 किलोमीटर दूर गोंडा में नदीं की सफाई का जायजा लेने के लिए आए थे। इस दौरान अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे। नदी का जायजा लेने के लिए प्रियंका जैसे ही मोटरबोट पर चढ़ीं उनके हाथ में पानी की खाली बोतल थी।
उन्होंने उसे कहीं रखने की धरमपाल से पूछा, लेकिन जबतक वे कुछ बोलते उससे पहले ही एमपी ने बोतल को नदी में फेंक दिया। दरअसल, धरमपाल सिंह वही मंत्री हैं, जो अक्सर मायावती और अखिलेश सरकार को यूपी में नदियों की बुरी हालत के लिए घेरा करते थे। बता दें कि प्रियंका रावत इससे पहले भी खबरों में आ चुकी हैं। हाल ही में उन्हें सरकारी अफसर पर पब्लिक के बीच में चीखते हुए देखा गया था, जिसमें वे अधिकारी की चमड़ी उदड़वा देने की कहती हुई दिखीं थी।