नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विश्वास जताया कि किसानों का आंदोलन जल्द ही थम जाएगा। अमित शाह ने कहा कि किसानों का आंदोलन बड़ी समस्या नहीं है। साथ ही ये भी कहा कि पिछले कुछ सालों में किसानों की आदमनी बढ़ी हैं। अमित शाह ने कहा, ‘’किसानों का आंदोलन कोई बड़ी समस्या नहीं है। कई बार इस देश के किसानों ने अलग-अलग मुद्दों पर अपना मत रखा है.’’ उन्होंने कहा कि हमारी सरकारें बेहद संवेदनशील तरीके से इसे टैकल कर रही हैं।’’
पिछली यूपीए सरकार पर साधा निशाना
अमित शाह ने आगे कहा, ‘’मैं बताना चाहता हूं कि यूपीए की सरकार में देश की कृषि विकास दर माइनस दो फीसदी थी और जो अब चार फीसदी है।’’ उन्होंने कहा, ‘’हमारी सरकार ने विकास दर को लेकर छह फीसदी का अंतर पाटा है और यहां पर माइनस आठ फीसदी था। नेगेटिव आठ फीसदी से बीस फीसदी तक पहुंचा है। ऐसे में कृषि विकास दर तभी होता है जब किसान पैसा कमाता है।
किसानों का 5% ब्याज चुकाएगी सरकार
14 जून को केंद्रीय कैबिनेट ने फैसला किया था कि किसानो को नौ फीसद की ब्याज दर से मिलने वाला लोन अब चार फीसद की ब्याज दर से मिलेगा. पांच फीसद ब्याज सरकार चुकाएगी. ये सुविधा एक साल तक के लिए फसल के लिए लिए जाने वाले लोन पर होगी. इतना ही नहीं केंद्र सरकार अधिकतम तीन लाख के लोन पर ब्याज दर में पांच फीसद की छूट देगी. इस स्कीम में सरकार करीब 19000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
कई दिनों देश भर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
बता दें कि पहले महाराष्ट्र और फिर मध्य प्रदेश में हुए किसान आंदोलन के बाद से कर्जमाफी की मांग एक बार फिर तेज हो गई है. दरअसल यूपी विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने सरकार बनने के बाद किसानों की कर्जमाफी का एलान किया था. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी पहली ही कैबिनेट में किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला किया था. इसी के बाद से देश के अन्य राज्यों में किसान आंदोलन कर कर्जमाफी की मांग करने लगे थे.